लगातार घनश्याम शर्मा को दी जा रही ताजपोशी से क्षेत्र में खासी चर्चा
पालमपुर, प्रवीण शर्मा
घनश्याम शर्मा को कर्मचारी एवं पेंशनर्स कल्याण बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाने के पश्चात अब संगठन में एक और नियुक्ति बतौर पूर्व कर्मचारी प्रकोष्ठ का प्रदेश संयोजक के नाते दी गई है। चुनावी बेला में इस प्रकार से लगातार सरकार और संगठन में स्थान देना कहीं न कहीं सरकार की मंशा को दर्शा रही है तथा घनश्याम शर्मा पर विश्वास जता कर सरकार रिपीट मिशन की तैयारी में लगी है। अगर प्रदेश में बात करें कर्मचारियों की तो कर्मचारी कहीं न कहीं अलग अलग मंच पर आंदोलन कर रहे हैं। बेशक सरकार के अंतिम 2 माह शेष बचे हैं तथा सरकार और संगठन घनश्याम शर्मा के माध्यम से कर्मचारियों को अपनी ओर करना चाहते हैं जो कि इस समय विरोध की राजनीति में चले हुए हैं।
कर्मचारियों का प्रमुख मुद्दा ओ पी एस है तथा इस विषय को लेकर टकराव की स्थिति चल रही है तथा कहीं न कहीं सरकार घनश्याम शर्मा के माध्यम से अपना हित साधना चाहती है। अगर बात करें घनश्याम शर्मा की तो घनश्याम शर्मा धूमल खेमे से माने जाते हैं तथा उन्होंने आज भी अपने गुरु का दामन उसी प्रकार से पकड़ रखा है तथा घनश्याम शर्मा धूमल के हनुमान माने जाते हैं। बेशक साढ़े चार वर्ष धूमल गुट से होने का घनश्याम शर्मा ने वनवास झेला है लेकिन सरकार और संगठन को लग रहा है कि उनके बिना कर्मचारियों को अपनी ओर करना मुश्किल लग रहा है तथा इस संबंध में लगातार घनश्याम शर्मा की ताजपोशी करना सरकार और संगठन की मजबूरी नजर आ रही है। लगातार इस प्रकार की ताजपोशी से क्षेत्र में घनश्याम शर्मा का कद राजनीतिक तौर पर बढ़ रहा है।
0 Comments