आयुर्वेद के भविष्य में रोजग़ार, अनुसंधान व उद्यमता विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
जोगिंदरनगर। जतिन लटावा
आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान जोगिंदर नगर में बी फार्मा आयुर्वेद के छठे व आठवे समेस्टर के प्रशिक्षुओं के लिए आयुर्वेद के भविष्य में रोजग़ार, अनुसंधान व उद्यमता विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सौरभ वघेल ने की जबकि डॉ कलीप वघेल मुख्य अतिथि थे। कालेज ऑफ आयुर्वेदिक फार्मेस्यूटिकल के प्रधानाचार्य प्रो. राकेश थमन ने अतिथियों का स्वागत करते हार कहा कि बी.फामा आयुर्वेद कोर्स बहुत उपयोगी एवं संभावनाओं से भरा कोर्स है। प्रतिदिन आयुर्वेद में नए आयाम जुडने के कारण इस की संभावनाओं के विषय में बच्चों को जानना आवश्यक है । इसी उद्देश्यो एवं अनुसंधान उच्च शिक्षा एवं उद्यमता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया है । डॉ० सौरभ वघेल ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में चल रहे अनुसंधान की चर्चा की और कहा फार्मा सैक्टर में आयुर्वेद का भविष्य उज्जवल है। नए-नए प्रॉडक्ट्स और उन के अनुसंधान का बहुत बडा क्षेत्र हिमाचली बच्चों के सामने संभावना के रूप में खड़ा है।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पधारे राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड के क्षेत्रीय केन्द्र के क्षेत्रीय निर्देशक डॉ. अरुण चंदन ने औषधीय पौधों में गुणवत्ता ज्ञान,कृषिकरण,आयुर्वेदिक आहार इत्यादि में आयुर्वेद फार्मा के बच्चों को रोजगार की संभावना पर प्रकाश डाला। डॉ० चंदन ने आयुध मंत्रालय के कार्यक्रमों, योजनाओं पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद एवं औषधीय पौधों से उधमिता पर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना का इन्क्लेशन सेंटर भी यहां चल रहा है, जिस का लाभ छात्र उठा सकते हैं। उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री ने गुजरात में आयर्वेदिक आहार के विषय में घोषणा करते हुए कहा भी कि आने वाला दशक अब आयुर्वेद का हो और आहार और हिमालय के औषधीय पौधे इस दिशा में संभावनाओं से भरे पड़े है।
आयुष मंत्रालय की प्रत्यगुण उत्कृष्टता परियोजना के डॉ पंकज पालसरा मे क्वालिटी दवाईयों में फार्मेसिस्ट की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सुरेशकुमार, रविन्द्र कुमार, श्रुति शर्मा, अमित ठाकुर ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। बी फार्मा के छात्र पप्पू राम, दीवांश कपूर,कपाली कोहली,यार्थिनी ने आयोजन में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। कार्यक्रम की सफलता व अपने किस्म के पहले कार्यक्रम आयोजन से प्रसन्न प्राचार्य प्रो० राकेश थमन ने लवली यूनिवर्सिटी के प्रो. सौरभ बघेल डा. दलीप बघेल डॉ० पालसरा, डॉ. अरुण चंदन का आभार व्यक्त किया व छात्रों से आग्रह किया कि वे बताए गए सभी अवसरों का लाभ उठाएं ।
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