कांगड़ा,रिपोर्ट
विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर रैत ब्लॉक की पंचायत रिडकमार के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में आंतरराष्ट्रीय संस्था नेशनल इंट्रोगेटिव फोरम ऑफ आर्टिस्ट ऐक्टिविस्ट्रस निफा निफा हिमाचल ओर ओरेंड ट्रस्ट हिमाचल ओर हिमाचल वेलफेयर एसोसिएशन फरीदाबाद प्रेसिडेंट सतपाल धीमान ,सेक्टरी अरुण कटोच व श्रीमती संगीता कुमारी कटोच के सहयोग से विश्व मासिक धर्म स्वच्छ्ता दिवस मनाया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ज़िला काँगड़ा डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने बतौर मुख्यातिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान युवा एवम् खेल अधिकारी जिला कांगड़ा नरेश पाल गुलेरिया ने बतौर अध्यक्ष शिरकत की, बी.एम.ओ ब्लॉक शाहपुर श्री पी.सिंह ,रैत ब्लॉक से कृषि विभाग से महिंदर , जिला कार्यक्रम अधिकारी ने डॉक्टर अनुराधा जी ने स्थानीयों लोगो को मासिक धर्म के समय आने वाली समस्याओं और मानसिक तौर पर किशोरियों को मजबूत करना साथ मे इस मासिक धर्म के प्रति घृणा एक दूसरे से मदद लेने के लिए शर्म करना या बोल नही पाना प्रतिवर्ष जागरूकता के आभाव के कारण ग्रमीण इलाकों में बड़ी संख्या से बीमारियों के शिकार हो रही है।
उन्होंने कहा कि यह एक प्राकृतिक चक्र है जिसे हमे समझना चाहिए ताकि हम अपने आप को कैसे स्वस्थ रख सकते है और बीमारियों से बच सकते है । इस दौरान डॉक्टर अनुराधा ने कहा कि 28 मई को हर साल मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इसका उदेश्य युवा लड़कियां और महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छ्ता संबंधी जरुरी जानकारी मुहैया कराना हैं। जिससे वे अनजाने में किसी जानलेवा बीमारी की चपेट में ना आ जाएँ महिलाओं के शरीर में हर महीने होने वाली यह प्राकृतिक क्रिया इस बात का सूचक है कि आप मां बनने के योग्य हैं हालांकि समाज में मासिक धर्म को लेकर फैले मिथ्य और भ्रम के चलते मेंसुरेशन हाइजीन एक बड़ा गंभीर विषय रहा है।
उन्होंने कहा कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है इसमें बरती जाने वाली किसी भी तरह की लापरवाही आपके लिए समस्याएं बढ़ा सकती है। उन्होंने कहा की 2030 तक मासिक धर्म को जीवन का एक सामान्य फैक्ट बनाना है , बचपन से ही मासिक धर्म से जुड़ी सही जानकारी और इससे संबंधित स्वच्छता के उपायों के बारे में लोगों को बताना बहुत आवश्यक है। स्वच्छता का ध्यान न रखने के कारण जननांगों में खुजली-जलन, मूत्र पथ का संक्रमण , पेट दर्द ओर गंभीर बीमारियों की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है इन सब समस्याओं से बचाव के लिए कुछ सामान्य सी बातों का ध्यान रखना आपके लिए मददगार हो सकता है साथ मे डॉक्टर अनुराधा जी ने महिलाओं को मासिक धर्म मे कुछ योग आसान भी बताए जैसे कि तितली आसन, भुजंग आसन, शिशु आसन आदि जिससे मासिक धर्म आने पर आने वाली समस्या से जैसे पेट दर्द आदि से आराम मिलता है।
मुख्याअतिथि के रूप में उपस्थित रहे मुख्य चिकित्साक अधिकारी डॉक्टर गुरदर्शन गुप्ता ने अपने संबोधन मे बताया कि जब तक दरीनी के इलाके में स्थाई चिकित्सक कि व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं हो जाती तब तक मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की तरफ से व्यवस्था की गई है किअब दरिनी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में हर महीने प्रत्येक सप्ताह के लिए अलग अलग डॉक्टर सेवा देगें ताकि लोगों को स्वस्थ के लिए हर सम्बंध मदद मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि महिलाओं के मासिक धर्म स्वछता दिवस के रूप में 28 मई को क्यों मनाया जाता है। उन्होंने कहा हम सभी का उद्देश्य है कि स्त्री पुरुष सभी जागरूक हो। लोगो मे मासिक धर्म के बारे में नकारात्मक धारणा को बदलने की जरूरत है, ताकि महिलाओं में होने वाली बीमारियों को रोका जा सके। उन्होंने साथ ही निफा तथा बाला प्रोजेक्ट की सराहना की वो गाँव के लोगो को जागरूक कर रहे है क्योंकि आज भी गाँव मे महिलाएं खुल कर इस बारे मे खुल कर बात नही करती है युवा एवं खेल अधिकारी नरेश पाल गुलेरिया ने कहा कि यह एक बहुत महत्वपूर्ण शिविर है जो लोगों को जागरूक करने के लिए जरूरी भी है। अगर हम बच्चों को बचपन से ही इनके बारे मे जानकारी देनेगें तो तभी हम अपने बच्चों को आने वाली समस्यों से बचा सकते है । निफा हिमाचल की चेयरपर्सन श्रीमति सारिक कटोच पनवर ने जानकारी दी कि आज के दिन निफा व बाला प्रोजेक्ट के संयुक्त ततवावधान में पूरे देश मे 1000 से ज़्यादा शिविर लगाकर विश्व कीर्तिमान बनाने का प्रयास है किया जा रहा है। इसमें 11000 से अधिक महिलाएं लाभान्वित होंगी। 28 मई विश्व मासिक धर्म के दिन बाला प्रोजेक्ट तथा निफा द्वारा महिलाओं को 2साल तक इस्तेमाल होने वाली किट बांटी गई जिस से पर्यावरण दूषित होने से रोका जा सके और महिलाओं की समस्याओं का भी समधन हो सके। उन्होंने कहा कि आज भी गरीबी, संसाधन और जरगरुकता की कमी के कारण महिलाएं असुरक्षित विकल्पो के उपयोग से खुद को बीमार कर रही है । आज भी महिलाएं मेडिकल स्टोर से नेपकिन लेने से शर्म करती है। लोगों को इस बारे मे खुल कर अपने परिवार व आस पास की महिलाओं तथा पुरुषों को भी जागरूक करना है ताकि बीमारियों से बचा जा सके आ रही समस्यओं पर डॉक्टर सलाह ले सके और मासिक धर्म को प्रकृति क क्रिया के रूप में स्वीकार किया जाए न कि शर्मिंदगी और अपवित्रता के रूप में देखा जाए। तभी स्वस्थ पर्वार और समाज का निर्माण हो सकेगा।
शिविर में रिड़कमार पंचायत प्रधान ,उप प्रधान ,वार्ड पंच,धरीनी पंचायत प्रधान,जिला पार्षद ,डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सरूप ,ब्लॉक् कोऑर्डिनेटर तेज पाल ,निफा हिमाचल से महिंद्र सिंह, निफा हिमाचल के स्टेट कोऑर्डिनेटर इंटरनेशनल खिलाड़ी हरजीत कुमार,रीड़कुमार हॉस्पिटल का स्टाफ , व स्थानीय पंचायत के लोगों ने बढ़ चड़ कर भागीदारी सुनिश्चित की।
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