पालमपुर, रिपोर्ट
जो काम हो गया हमने करवाया जो नहीं हुआ तो हमारी सरकार नहीं है।अक्सर यह जवाब होता है पालमपुर के कांग्रेस पार्टी के चुने हुए विधायक व नगर निगम के पार्षदों का । यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार का कहना है भ्रामक प्रचार एवं झूठे वायदे करके कांग्रेस के मित्रों ने नगर निगम की सता तो हथिया ली लेकिन जिस घोषणा पत्र के बलवूते पर इन्होने चुनाव लडा ओर जीता जैसे उदाहरण के तोर पर रेहड़ी फड़ी वालों के लिए उपयुक्त स्थानों पर दुकानों( बूथ) का निर्माण करने का प्रलोभन दिया गया था जव कि ये बेचारे आज भी सडकों के किनारे बैठे हैं। घोषणा पत्र में सी सी टी वीं कैमरे लगवाकर असामाजिक तत्वों एवं तेज गति के वाहनों पर नकेल कसने की वात कही गई थी । निगम के अंदर नक्शे पास करने की प्रक्रिया को सरल बना कर निर्धारित समय सीमा में नक्शा पास करने का वायदा, पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की वात कही गई है जव कि बतौर विधायक पालमपुर में पर्यटक सुविधा केन्द्र की आधार शिला को रखे हुए एक दशक से ऊपर समय वीत गया एक पत्थर नहीं लगा ।
इसी के साथ जनता की शिकायतों के निवारण के लिए उच्च प्राथमिकता पर 24x7 टोल फ्री नम्बर की सुविधा को प्रदान करने को प्रमुखता दी गई थी । इसके अतिरिक्त बुजुर्गों , माताओं , बहिनों , युवाओं व बच्चों के लिए टहलने हेतु स्पेशल ट्रैक्स निर्माण , पार्क , खेल के मैदान , जिम , स्वीमिंग पूल चिल्ड्रन पार्क , वोकेशनल ट्रेनिंग सेन्टर , ई बस ,ई रिक्शा सुविधा के बडे बड़े वायदे किये गये थे । यहाँ तक कि घोषणापत्र में सभी प्रकार के एन ओ सी पंजीकरण, जन्म एवं मृत्यु ऑनलाईन उपलब्ध करवाये जाने, करों का बोझ न बढाने के वायदे के उल्ट भारी भरकम गृह कर जड दिया यहाँ तक कि हर घर से निःशुल्क कूड़ा एकत्रित करने के वायदे के विपरीत हर घर से शुल्क लेना शुरू कर दिया।
यहाँ तक कि अव तो इस नगर निगम के राज में तीनों जुडा कचरा संयंत्र बन्द पड़े हुए हैं ओर सरेआम खुले में कूडा फैंक कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वचछ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। घोषणापत्र में हर वार्ड की सभी सड़को एवं गलियों में लाईटें लगाने, हर घर को सीवरेज की सुविधा से जोडने सभी वार्डो मे उपयुक्त स्थानो पर सार्वजनिक शौचालयों का निमार्ण करने इस तरह पूर्ण बहुमत से चुनी गई इस नगर निगम के ये तमाम वायदे अव कहां गये । पूर्व विधायक ने स्थानीय विधायक सहित नगर निगम के पार्षदों को आड़े हाथों लेते हुए कहा नगर निगम के बनते ही सबसे पहले इन्होंने ने धन का रोना शुरू कर दिया फिर स्टाफ की कमी का ढिंढोरा पीटा गया लेकिन अव तो हिमाचल प्रदेश के प्रगतिशील ,गतिशील एवं कर्मशील मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर ने विना द्वेष के दरिया दिली दिखाते हुए साढे सत्रह करोड़ रुपये नगर निगम को भिजवा दिये हैं । अव इस धन राशि को नगर निगम क्यों नहीं खर्च पा रही है। जव कि उपयुक्त स्टाफ की तैनाती भी कर दी है। अव इनके पास क्या बहाना है। पूर्व विधायक ने बेहद हैरानगी व्यक्त करते हुए कहा है कि नगर निगम पार्षदों की हरकतों के दृष्टिगत नगर निगम आयुक्त को बाध्य होकर सरकार को नगर निगम का आडिट करवाने के लिए पत्र लिखना पडा है।
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