◆लोगों का कहना क्षेत्र का सबसे सुंदर जंगल अगर विभाग प्रयास करे तो बनी रह सकती है सुंदरता
पालमपुर ,प्रवीण शर्मा
पालमपुर के साथ लगते मरण्डा के जंगलों में रात के अंधेरे में ट्रैक्टर में लाकर सीवरेज की गंदगी जंगल में फेंकी जा रही है । साथ लगती कलोनी के लोगों का कहना है कि विभाग की अनदेखी के चलते जहां यह जंगल गंदगी का शिकार हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर आजकल ट्रैक्टर मैं लोगों के घर के सीवरेज की गंदगी ला कर वहां पर फेंकी जा रही है। उनका आरोप है कि लोग सुबह शाम यहां पर सैर करने के लिए आते हैं। लेकिन इस गंदगी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है साथ ही उन्होंने कहा कि यहां पर वैसे भी लोग गंदगी फेंकते रहते हैं और यह एक डंपिंग साइट बनकर रह गई है। लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में यह जंगल सबसे सुंदर जंगल है । लेकिन विभाग की अनदेखी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उनका कहना है कि इस जंगल के साथ लगती बाटिका तो बनाई गई है लेकिन वहां पर कितनी झाड़ीयां है । जिससे लोग वहां पर पैदल भी नहीं चल सकते हैं। ऐसे में उसका उचित रखरखाव समझ से परे है।
इस विषय पर डीएफओ पालमपुर नितिन पाटिल ने कहा कि आप के माध्यम से मुझे इस बात की जानकारी मिली है। कौन वहां पर गंदगी फेंक रहा है इस बात को लेकर जांच करने के आदेश दिए जाएंगे । उन्हें कहा कि जहां तक जंगल का सवाल है इस जंगल को लेकर विभाग पहले से ही कार्य कर रहा है और इस जंगल को गोल्डन जुबली नेचर पार्क बनाने के लिए एक करोड़ 65 लाख का एस्टीमेट भेजा गया है । जिसके तहत इस जंगल का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां तक वाटिका की बात है उस की साफ सफाई के लिए लेबर लगाई गई है।
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