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शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ रहा है हिमाचल, सरकार कोरोना काल में शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नहीं कर पाई अभिभावक परेशान : कुलदीप सिंह चम्याल

धर्मपुर, रिपोर्ट
पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष धर्मपूर कुलदीप सिंह चम्याल ने स्कूल खोलने के लिए अभिभावकों के साथ वर्चुअल बैठक कर सरकार से गुहार लगाई है कि स्कूल खोल दिए जाएं क्योंकि बच्चों का भविष्य अंधेरे में जा रहा है। फोन पर पढ़ाई करने से बच्चों की आंखों पर बुरा प्रभाव तो पड़ ही रहा है पर साथ ही बच्चों को फोन न मिलने से बच्चे दिन-प्रतिदिन चिढ़-चिढ़े हो रहे है।  बैठक में अभिभावकों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की बैठक में जसवंत , रमन , अंकुश, हरबंस ,.सुभाष सिंह, रमेश कुमार, पूर्ण सिंह, शरणजीत ठाकुर, अजय , उमेश दत्त, केहर पठानिया, हरविंदर सिंह, कृष्ण कुमार, कमल सिंह, वीरेंद्र पठानिया, रामकुमार, अजय सिंह,महेंद्र, दीपक, विकास,  नरेश , जगदीश, सुनिल कुमार व बहुत सारे  अभिभावकों ने खोलने के लिए अपना पक्ष रखा।
 
उन्होंने  कहा कि बच्चे घर में नहीं पढ़ रहे हैं और बच्चों को सही शिक्षा स्कूलों में ही मिल सकती है क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा एक औपचारिकता मात्र है।
पढ़ाई में पिछड़ रहा है हिमाचल उन्होंने कहा कि कोरोना के दौर में सबसे दुखद देश का भविष्य शिक्षा से पीछड़ रहा है और सरकार केवल शिक्षा को लेकर कतई गम्भीर नहीं है केवल वोट बैंक से जूड़ी योजनाओं की तरफ ध्यान दे रही है।
 महाराष्ट्र, हरियाणा व दूसरे राज्यों की तर्ज पर प्रदेश सरकार से प्रार्थना है कि जल्द से जल्द स्कूल खोलने का फरमान जारी हो ताकि बाकी राज्यों की अपेक्षा प्रदेश के बच्चे शिक्षा में पिछड़ न जाएं ।
स्कूल फॉलो करते है सारे नियम
             
उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का जितना पालन स्कूल में हो सकता है, उतना घरों में नहीं हो सकता। अत: सरकार से निवेदन है कि जल्द से जल्द स्कूलों को खोलने का फरमान जारी हो।
       उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के चार वर्ष निंदनीय रहे हैं सरकार कोरोना काल में शैक्षणिक संस्थानों और ढ़ांचे को कैसे सुदृढ़ किया जाये उसके वजाये शैक्षणिक संस्थानों को बन्द करना उचित समझा जो सरकार का नाकारात्मक रवैया शिक्षा के स्तर को लेकर दर्शाता है। आगामी विधानसभा चुनावों में इसके परिणाम भूगतने पढ़ेंगे।

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