पालमपुर, रिपोर्ट
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर के वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने 73वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ कोविड-19 के संबंध में जारी दिशानिर्देशों की अनुपालना एंव सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखते हुए मनाया। डा. गोरख मल, स्टेशन प्रभारी ने ध्वजारोहण, राष्ट्रीय गान के साथ समारोह का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का गणतंत्र दिवस इस लिए भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इस वर्ष आज़ादी का अमृत महोत्सव भी मनाया जा रहा है। इसी के साथ उन्होंने क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर के स्थापना दिवस की भी हार्दिक शुभकामनाएं दी एवं यह भी बताया कि प्रति वर्ष स्थापना दिवस का संस्थान द्वारा समारोह आयोजित किया जाता है परन्तु पिछलें वर्ष से कोविड-19 के कारण नहीं मनाया जा रहा है।
इसके उपरान्त स्टेशन प्रभारी ने भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर की अनुसंधान उपलब्धियों से अवगत करवाया। उन्होंने यह भी बताया कि भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर द्वारा शत प्रतिशत कार्य हिंदी में किया जा रहा है। वर्ष 2020-21 के दौरान राजभाषा का समुचित प्रयोग करने हेतु भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान, इज्जतनगर द्वारा क्षेत्रीय केन्द्र, पालमपुर को वैजयन्ती एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया है।
निदेशक महोदय के साथ 13 जनवरी 2022 को वैज्ञानिकों के साथ हुई ऑनलाईन बैठक के संदर्भ में स्टेशन प्रभारी द्वारा बताया कि निदेशक महोदय ने आवाहन किया है कि सभी वैज्ञानिकों को वर्ष में कम से कम एक पेपर NAAS 7 प्रतिशत दर से ऊपर के अनुसंधान प्रत्रिका में प्रकाशित करना अनिवार्य है, ताकि संस्थान की उत्कृष्टता बढ़ सके एवं बाह्य वित्त पोषित अनुसंधान परियोजनाएं भी इस संस्थान में हों। इससे अनुसंधान कार्यों में प्रगति हो सके एवं संस्थान द्वारा अधिक से अधिक रोजगार भी दिया जा सके। उन्होंने सभी वैज्ञानिकों, अधिकारियों, कर्मचारियों से आवाहन किया कि सभी मिलजुल कर कार्य करें, ताकि संस्थान एवं किसानों/पशुपालकों की उन्नति हो सके।
उन्होंनें यह भी बताया कि संस्थान का मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिकी को सुदृड़ बनाने के लिए कार्य करना है। इसी क्रम में स्टेशन प्रभारी महोदय ने जानकारी दी कि संस्थान द्वारा किसानों की आर्थिकी सुदृड़ करने हेतु दो परियोजनायें चलाई जा रही हैं - जनजातीय उप-योजना एवं अनुसूचित जाति उप-योजना। जनजातीय उप-योजना के अन्तर्गत किसान परिवारों को 353 बकरे, बकरियां एवं अन्य सामग्री वितरित की गई है एवं अनुसूचित जाति उप-योजना के अन्तर्गत किसान परिवारों को 135 बकरे, बकरियां एवं अन्य सामग्री वितरित की गई है। उपरोक्त उप-योजनाओं के अन्तर्गत किसानों द्वारा प्रतिपुष्टि की गई कि उनकी आर्थिकी में सुधार हुआ है एवं संस्थान द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं से अति प्रसन्न हैं।
अंत में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर सभी प्रतिभागियों एवं उपस्थित श्रोतागणों का केन्द्र की ओर से समारोह को सफल बनाने पर डा. गोरख मल, स्टेशन प्रभारी द्वारा धन्यवाद किया।
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