◆निजीकरण से होगा बैंकों को भारी नुकसान और आम जनता पर भी पड़ेगा असर
पालमपुर,रिपोर्ट
देशव्यापी चल रही राष्ट्रीकृत बैंकों की दो दिन की प्रस्तावित हड़ताल के तहत पालमपुर में धरना प्रदर्शन किया गया। देश में सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंको को निजीकरण की प्रस्तावित नीति को लेकर बैंक कर्मचारियों ने भारी नाराजगी जाहिर की। देश भर के 10 लाख बैंक कर्मी दो दिन की हड़ताल पर हैं तथा बैंको में तालाबंदी है। इस हड़ताल की बजह से करोड़ो रूपये का लेनदेन प्रभावित होगा और बैंक उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पालमपुर में पत्रकारों को बताते हुए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के प्रदेश संयोजक नरेंद्र वर्मा तथा पालमपुर के संगठन सचिव नितिन पडवालिया ओर जोनल सचिव अजय ठाकुर ने कहा कि सरकार संसद के वर्तमान सत्र में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण करने के लिए बैंकिंग कानून संशोधन विशेषक 2021ला रही है जिस के पारित होने से सरकार की 51फीसदी हिस्सेदारी कम हो जाएगी । इससे बैंकिंग व्यवस्था निजी हाथों में चली जाएगी। निजी करण से बैंकों को भारी नुकसान होगा जो नुकसान अकेले बैंकों तक ही सीमित नहीं रहेगा बल्कि आम जनता पर भी इसका असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के बैंक पब्लिक को सरकारी योजनाओं के लिए ऋण नहीं देते ओर अगर हमारे बैंक भी निजी हो गए तो आम आदमी को ऋण नहीं मिल पाएंगे। इससे देश की आर्थिक विकास की गति कमजोर होगी।
उन्होंने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई के 157 लाख करोड रुपए जो राष्ट्रीय कृत बैंकों में जमा हैं उस पर कारपोरेट घरानों की नज़र हैं तथा बैंकों के निजीकरण से यह कॉर्पोरेट घराने डिपॉजिट इस रकम रकम से मनमाने तरीके से ऋण ले सकेंगे। पब्लिक सेक्टर बैंकों का देश की आर्थिकी में बहुत योगदान रहा है । आजादी के बाद कृषि के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है तथा एक हरित क्रांति आई है।। रोजगार के अवसर बढ़े हैं । और अब अगर सार्वजनिक बैंको का निजीकरण होगा और उन्हें निजी कंपनियों के हाथों में सौंप दिया जाएगा तो इससे सबसे बड़ा नुकसान देश की जनता का होगा क्योंकि प्राइवेट बैंकों का मकसद सिर्फ लाभ कमाना ही होगा ना कि लोगों की सेवा करना ।
पालमपुर के पंजाब नेशनल बैंक के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया । इस मौके पर बैंकिंग से जुड़े लोगों ने कहा कि अगर सरकार इस बिल को वापस नहीं लेगी तो उनका प्रदर्शन और उग्र हो जाएगा इस अवसर पर अन्य बैंक कर्मचारियों के साथ केनरा बैंक से नरेश वर्मा, यूको बैंक से आशीष, यूको बैंक से गुलशन डोगरा, स्टेट बैंक से नितिन पडवालिया ,अजय ठाकुर और सुरजीत विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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