मंडी,हिमाचल
हिमाचल प्रदेश को केंद्र 13 रोपवे प्रोजेक्ट्स की सौगात देगा। राज्य के शिमला, धर्मशाला, मंडी, मनाली सहित कई स्थानों के लिए इन परियोजनाओं का शीघ्र ही शिलान्यास होगा। प्रमुख पर्यटक स्थलों पर नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड रोपवे बनाएगा। इन सभी परियोजनाओं पर केंद्र सरकार ही खर्च वहन करेगी। राज्य के 13 विभिन्न स्थानों पर 111.65 किमी लंबे रोपवे 5644 करोड़ की लागत से बनाए जाएंगे।
सबसे लंबा रोपवे शिमला में 22.4 किलोमीटर बनाया जाएगा। इस पर 1200 करोड़ का खर्चा आएगा। पर्यटन स्थलों पर रोपवे के बनने से प्रदेश मेें हर साल पर्यटकों का आवागमन बना रहेगा। युवाओं के लिए रोजगार के द्वार भी खुलेंगे। कम समय में लोग हिमाचल की प्रकृति की यात्रा का अनुभव ले सकेंगे। इसके अलावा स्थानीय लोगों के लिए भी दुर्गम पहाडिय़ों पर यात्रा आसान होगी। एनएएचआई इन रोपवे को बनाएगा। जिस पर 100 प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार ही खर्च करेगी।
प्रदेश में बनने वाले मुख्य रोपवे
धर्मशाला में 14 किमी लंबा रोपवे बनाया जाएगा। इस पर 800 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा। कुल्लू जिला में मनाली से लंबादुंग पर 2.7 किमी लंबा रोपवे बनेगा। 162 करोड़ का खर्चा आएगा। बिलासपुर के लुहणू से बंदला तक 3 किमी लंबा रोपवे बनाया जाएगा, जिस पर 150 करोड़ खर्च होंगे। मंडी में शिकवारी से भटकिघर में 150 करोड़ की लागत से 3 किमी लंबा रोपवे बनेगा। इसके अलावा शिमला में नारकंडा-हाटू पीक तक 3.1 किमी लंबा रोपवे 172 करोड़ से बनेगा। सिरमौर जिला में 8 किमी लंबा रोपवे 250 करोड़ से बनेगा। वहीं शिमला में एक सबसे लंबा रोपवे 22.4 किमी लंबा बनेगा, इसकी लागत 1200 करोड़ रुपये होगी।
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