ज्वाली, राजेश कतनौरिया
कांग्रेस पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मनमोहन सिंह ने ज्वाली में एक प्रेस वार्ता में तीन काले कृषि कानून रद्द होने पर आंदोलनरत किसानों को बधाई दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा किसानों व लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार बताया है। उन्होंने कहा कि देश कभी नहीं भूलेगा की मोदी सरकार की अदूरदर्शिता एवं अभिमान के कारण सैकड़ों किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। उन्होंने कहा कि
कृषि कानून शुरू से ही असंवैधानिक थे। सरकार के अहंकार ने किसानों को सड़कों पर उतरने पर मजबूर किया, अगर सरकार इतना हठ नहीं करती तो 700 से ज्यादा किसानों की शहादत नहीं होती उन्होंने कहा कि किसानों की शहादत के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है ।
उन्होंने मांग की मोदी सरकार एक साल तक चले किसान आंदोलन के दौैरान मृत किसानों के परिजनों से माफी मांगे तथा उनके परिजनों जो उचित मुआवजा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान करें। मनमोहन सिंह ने कहा कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानून को स्वरूप देने के लिए सभी किसानों के दलों से चर्चा करें, आगामी सत्र में किसानों के पक्ष में एमएसपी के लिए कानून लाएं, कांग्रेसी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा शासनकाल में किसानों को सही दामों व सही समय पर ना तो खाद मिल रही है और ना ही बीज मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में गेहूं का समर्थन मूल्य जो लागू हुआ था आज भी वही चल रहा है जबकि खाद और फसलों में डालने वाली दवाइयों की कीमत कितनी अधिक बढ़ गई है। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसानों के हित में एमएसपी लागू की जाए और किसानों को खाद व बीज सही दामों पर उपलब्ध कराया जाए इस अवसर पर कांग्रेसी पंचायती राज प्रकोष्ठ के ब्लॉक संयोजक देशराज चौधरी जिला सचिव आशीष धीमान व ब्लॉक युवा कांग्रेस के अध्यक्ष शशि पाल भी मौजूद रहे ।
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