जल्द संघर्ष का विगुल बजाने की कही बात
पालमपुर, प्रवीण शर्मा
प्रदेश में भले ही लंबे अंतराल के बाद स्कूलों में चार कक्षाओं के बारी बारी से खुलने से स्कूलों की रौनक लौटी है ओर इन शिक्षार्थियों को ऑन क्लास से छुटकारा मिल गया है।अविभावक भी सरकार के इस फैसले की सराहना कर रहे हैं।नोवीं से बाहरवीं तक बड़े चाव से बच्चे स्कूलों में अपनी पूरी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं।
बाबजूद इसके भवारना के एक निजी स्कूल ने ऑनलाइन पढ़ रहे नन्हे मुन्नों के अविभावकों को एक भारी भरकम फीस का बिल थमा दिया है। जिससे स्थानीय अविभावकों में रोष पैदा हो गया है। हालांकि विभाग व सरकार ने निजी स्कूलों को ऑनलाइन पढ़ रहे बच्चों से सिर्फ टयूशन फीस लेने की ही हिदायत दी है लेकिन स्कूल प्रबधंन आस पास क्षेत्रों के बच्चों से टयूशन फीस के साथ साथ एनुअल चार्जेज भी ले रहा है।जिस बात का लिखित रूप में अविभावकों ने कड़ा विरोध किया है।
अविभावकों ने इस संदर्भ में शिक्षा मंत्री गोबिंद ठाकुर सहित शिक्षा सचिव को भी दूरभाष के माध्यम से अवगत करवाया है।जिसके बाद उन्होंने अविभावकों को आश्वस्त करते हुए इस मामले की जांच करने की बात कही है। अविभावकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब स्कूल प्रबंधन से एनुअल चार्जेज के बारे में आपत्ति जता रहे हैं तो प्रबंधन यह कह कर पल्लू झाड़ रहे है कि स्कूल के कई खर्चे हैं जिस कारण एनुअल चार्जेज लेने पड़ रहे हैं।वहीं अविभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर यह भी आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन के इतने हौंसले बुलंद हो गए हैं कि वह यह भी कहने में गुरेज नहीं कर रहा है कि वो चार्जेज लेंगे ही अगर किसी को चार्जेज ज्यादा लग रहे है तो वह अपने बच्चे स्कूल से निकाल सकते हैं या जहां शिकायत करनी है वहां उनकी शिकायत कर सकते हैं।
अविभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन उन्हें इस बात की भी सही से जानकारी नहीं दे रहा है कि वह किस बात के इतने पैसे ले रहे हैं।इतना ही नहीं 30 सितंबर के बाद स्कूल प्रबंधन अविभावकों से दो सौ अतिरिक्त शुल्क लेट फीस लेने को कहा है।ऑनलाइन पढ़ाई के बाबजूद म्यूजिक फीस भी ली जा रही है। अभी लगभग 80 प्रतिशत अविभावकों ने अपने बच्चों की स्कूल फीस जमा नहीं करवाई है। सब संघर्ष के मूड में हैं।
अविभावकों ने अब एक सयुंक्त बैठक करने का फैसला किया है जिसमें वह जल्द ही एक संघर्ष समिति बना कर स्कूल प्रबंधन के इस रवैये के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे और स्कूल प्रबंध के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे व सम्भव हुआ तो वह इस संदर्भ में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ माननीय न्यायलय का दरवाजा खटखटाएंगे।
सभी प्राइबेट स्कूल एनुअल चार्जेज ले रहे हैं ,स्कूलों के अपने खर्च हैं स्टाफ है ,स्कूल गाडियां खड़ी हैं,बाबजूद इसके स्कूल प्रबंधन ने सिर्फ पचास प्रतिशत ही चार्जेज अधिक लिए हैं।
प्रिंसिपल पब्लिक स्कूल,भवारना।
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