इस दौर में आंखों की नियमित जांच करवाएं-यादव
संपति मेमोरियल नर्सिंग कालेज कटौला में मानसिक स्वास्थ्य एवं विश्व दृष्टि दिवस का आयोजन
पधर(मंडी)। कृष्ण भोज
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग खंड कटौला के अंतर्गत खंड स्तरीय विश्व मानसिक स्वास्थ्य व विश्व दृष्टि दिवस का आयोजन संपति देवी मेमोरियल नर्सिंग कालेज में किया गया।
इस अवसर पर डाॅ. अनामिका ठाकुर ने कहा कि कोरोना काल में मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत असर बहुत ज्यादा पाया गया है। जबकि पहले से ही भारतवर्ष में करीब 2.5 करोड़ लोग गंभीर मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं। करीब 20 करोड़ लोग मानसिक बीमारियों के किसी न किसी लक्ष्ण के साथ रह रहे हैं। हम अपने मानसिक स्वास्थ्य को दृष्टिकोण में साकारात्मक लाकर, कृत्यज्ञता रखकर, दूसरों के साथ मेलजोल रख कर, शारीरिक रुप से सक्रिय रहकर, पर्याप्त नींद लेकर, पौष्टिक भोजन, मेडिटेशन व मादक पदार्थों के सेवन से बचकर इसे बेहतरीन व स्थाई रख सकते हैं।
खंड स्वास्थ्य शिक्षक राकेश यादव ने कहा कि कोरोना काल हमारे दृष्टि स्वास्थ्य के लिए भी बुरा दौर रहा है। कोरोना के इस संकट में लोगों की निर्भरता इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर ज्यादा बढ़ गई है। घर पर रहने की वजह से लोगों के फोन पर टाइम बिताने का वक्त बढ़ गया है। बच्चों को भी फोन पर निर्भर होना पड़ रहा है। ऑनलाइन क्लास, वर्क फ्रॉम होम की स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का उपयोग सर्वाधिक बढ़ा है। जिसका सबसे ज्यादा कुप्रभाव आंखों पर पड़ रहा है। इस स्थिति में जो लोग निरंतर गैजेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनके लिए आंखों का खास ध्यान रखना जरूरी हो गया है।
ऐसे में इस वक्त नियमित रूप से आंखों का चेकअप करवाना आवश्यक है। जो लोग दो घंटे स्क्रीन के सामने समय बिताते हैं, उन्हें डिजिटल आई स्ट्रेन का खतरा होता है।
भारत में यह टाइम औसत सात घंटे हो गया है। इस वजह से स्क्रीन से आंखों को ज्यादा खतरा है। दृष्टि दोषों की पहचान अगर समय रहते हो जाए तो बहुत से मामलों में अन्धता से बचा जा सकता है। इसके लिए आखों की जांच समय समय पर नेत्र चिकित्सकों से करवाएं।
इस अवसर पर पोस्टर मेकिंग व भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। विजेता प्रतिभागियों को नकद राशि देकर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर कालेज प्रधानाचार्य ज्योति रावत व अन्य प्रशिक्षक मौजूद रहे।
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