पालमपुर,रिपोर्ट
हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में मशरूम दिवस का आयोजन खुम्ब विकास परियोजना कार्यालय पालमपुर में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्यातिथि अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कांगड़ा रोहित राठौर ने शिरकत की। इस अवसर पर पांच दिनों तक चले खुम्ब प्रशिक्षण कार्यक्रम में ज़िला के 40 किसानों को प्रशिक्षण भी दिया गया। एडीएम ने इस अवसर पर उद्यान विभाग के विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी का शुभारंभ और अवलोकन भी किया।
एडीएम ने किसानों को मशरूम दिवस की बधाई दी और कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों से किसान अधिक दक्ष होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को सुदृढ़ करने के लिये कई प्रकार की योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से इन योजनाओं को धरातल तक ले जाने का आह्वान किया और अधिक से अधिक लोगों को मशरूम उत्पादन की ओर प्रेरित करने का आह्वान किया।
इससे पहले उपनिदेशक उद्यान धर्मशाला, कमलशील नेगी ने बताया कि जिला में लगभग 500 किसान खुम्ब उत्पादन से जुड़े हैं और इस वर्ष विभाग द्वारा 400 अतिरिक्त किसानों को प्रशिक्षण देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि 10 सितंबर को मशरूम दिवस के रूप में मनाया जाता है । उन्होंने बताया कि पूरे विश्व में मशरूम की लगभग 14000 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिसमें से लगभग मशरूम की 3000 प्रजातियां खाने योग्य नहीं हैं। उन्होंने बताया कि 60 प्रजातियां की व्यवसायिक खेती की जाती है जिसमे मोर केला और गुच्छी ने पूरे विश्व में अलग पहचान बनाई हुई है।
इस अवसर पर डॉ नरोत्तम कौशल, डॉ अजय, डॉ संजय गुप्ता, डॉ जितेंद्र पॉल, डॉ दीपिका सूद, डॉ अनिल ठाकुर एवं किसान उपस्थित रहे।
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