सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के उद्देश्य से जनता को गुमराह कर रहे पूर्व विधायक, भारतीय जनता पार्टी ने लगाया आरोप
पालमपुर, प्रवीण शर्मा
भारतीय जनता पार्टी संगठनत्मक जिला पालमपुर के अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी वर्तमान सरकार के विकास कार्यों में रोड़ा अटका रही है और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के उद्देश्य से जनता को गुमराह कर रही है।
सुलह के पूर्व विधायक जगजीवन पाल को सुलह विधानसभा क्षेत्र की नवगठित पंचायत रड़ा के भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान किसी व्यक्ति द्वारा थप्पड़ मारे जाने की घटना सामने आई थी जिसके सम्बंध में भारतीय जनता पार्टी तथा मौजूदा विधायक पर सुलह के भूतपूर्व विधायक जगजीवन पाल ने अनर्गल आरोप लगाए थे जिनके बारे में अपना पक्ष रखते जिला अध्यक्ष ने जानकरी दी कि यह घटना जिसमें किसी व्यक्ति ने पूर्व विधायक को थप्पड़ मारा था उस व्यक्ति से भाजपा का कोई सम्बंध नहीं है। इस बारे में मीडिया में आए एक वीडियो में भी कथित आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसका किसी भी राजनीतिक दल से कोई सम्बंध नहीं है। लेकिन उसने इस वीडियो में स्पष्ट रूप से कहा है कि उसे इस पंचायत के प्रधान ने शराब पिला कर कार्यक्रम में हुड़दंग मचाने तथा पूर्व विधायक को थप्पड़ मारने के लिए उकसाया था। इस बात का संज्ञान स्थानीय पुलिस ने लिया है और हमें पूर्ण विश्वाश है कि कानून इसमें उचित कार्यवाही अमल में लाएगा।
उन्होंने कहा कि सुलह में 14 नईं पंचायतें बनाई गईं, जिसमें रड़ा पंचायत भी शामिल है। इन पंचायतों के लिए भवन भी बनने हैं जिसके लिए 4.62 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत हुए है इसी के अनुरूप रड़ा ग्राम पंचायत का भवन भी बनना है। इस पंचायत भवन के निर्माण के लिए तकरीबन 15 मरले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया मार्च 2021 में पूरी कर ली गई थी गई थी। इस भूमि को स्थानीय लोगों द्वारा सरकार के नाम दान किया गया था।
उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन द्वारा भूमि अधिग्रहण तथा पंचायत से सम्बंधित अन्य सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इस पंचायत घर के निर्माण के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम 31 अगस्त 2021 को रखा गया था। उस कार्यक्रम के शुरू होने से पहले पूर्व विधायक सभास्थल के बाहर प्रशासन को कोई भी जानकारी दिए बिना धरने पर बैठ गए और उन्होनें पंचायत घर का निर्माण इस जगह पर करने के बजाए एक किसी अन्य स्थान पर करने की बात कही और अपना विरोध जताया।
जिला अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा ने कहा कि जिस जगह पर पंचायत घर के निर्माण की बात पूर्व विधायक कर रहे थे वह सिर्फ 3 मरले है तथा स्कूल के साथ स्थित है जिसका उपयोग वर्तमान में स्कूल तथा गाँव के बच्चों के खेलने के लिए होता है। इस मैदान पर मनरेगा के तहत तकरीबन 25 लाख रुपए व्यय किए जा चुके हैं। इसके साथ ही सरकार की पंचायत भवनों लिए भूमि की आवश्यकता 280 स्क्वेयर मीटर जो 15 मरले होता है। इस 3 मरले भूमि के साथ स्कूल भी बना है जिस के खेल मैदान के रूप में इस जगह का उपयोग होता है। बच्चों के खेलने के लिए इस एकमात्र मैदान पर मनरेगा के तहत पहले ही 25 लाख रुपए के लगभग खर्चा हो चुका है।
इस भवन के निर्माण के लिए औपचारिकताओं को पंचायत के निर्माण के तुरंत बाद शुरू कर दिया गया था। तब से लेकर भूमिपूजन वाले दिन तक पूर्व विधायक ने कोई आपत्ति किसी भी स्तर पर दर्ज नहीं करवाई।
हरिदत्त शर्मा ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक का उद्देश्य लोगों को गुमराह करके सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करना था जिसमें इन्हे महारत हासिल है। इनका राजनीतिक इतिहास इस प्रकार की घटनाओं से भरा पड़ा है। उदाहरण के लिए एक बार अपनी ही पार्टी के लोगों का विरोध करने के लिए इन्होने अपने ऊपर मिट्टी का तेल उंडेल लिया था। यह घटना भी इसी प्रकार की चालबाजी से जनता में अपनी प्रसांगिकता को बनाए रखने के लिए पूर्व विधायक साहब का एक जाना पहचाना पैंतरा है क्योंकि अपने कार्यकाल में विकास के मामले में कोई उपलब्धी न होना, वर्तमान विधायक द्वारा सुलह में अभूतपूर्व विकास कार्यों का होना तथा पूरे कोरोना काल में पूर्व विधायक का लोगों की मुसीबत के समय शक्ल न दिखाना कुछ ऐसे कारण हैं जिसलिए पूर्व विधायक किसी ऐसे तिनके की तलाश में हैं जो उन्हे डूबने से बचा सके। इस बारे में एक बात और उल्लेखनीय है कि जब उन्हें तथाकथित थप्पड़ मारा गया उस दिन उन्होने स्थानीय पुलिस या प्रशासन के पास कोई शिकायत दर्ज नहीं की और न ही किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा के लिए कोई कोशिस की। लेकिन घटना के तीन दिन बाद एक प्रैस कांफ्रेंस के माध्यम से सुलह भाजपा के कार्यकर्ताओं पर अनर्गल आरोप लगाने के लिए धर्मशाला पंहुच गए।
उन्होंने समस्त जनता से आग्रह किया कि पूर्व विधायक की चालबाजियों तथा विकास में बाधा डालने वाली राजनीति को नकार कर सुलह को विकास की बुलंदियों तक ले जाने वाले वर्तमान विधायक का साथ दें। इस दौरान उनके साथ प्रदेश अनुसूचित मोर्चा महामंत्री अजय कबीर, प्रदेश आईटी सह-संयोजक मनोज रत्न, जिला महामंत्री देवेंद्र राणा, पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष सुनील मेहता, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष रागिनी रुकवाल, जिला आई टी संयोजक अधिराज सूद, आईटी सदस्य जितेंद्र राणा उपस्थित रहे।
0 Comments