पालमपुर , प्रवीण शर्मा
पूर्व विधायक जगजीवन पाल पहले से ही धरना मास्टर रहे हैं तथा कई कार्यक्रमों में धरना दे चुके हैं तथा उनका यह पुराना काम है। उक्त शब्द सुलह भाजपा मंडल के पदाधिकारीयों की पालमपुर में एक प्रेस वार्ता के दौरान सुलह भाजपा मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा ने कहे। उन्होंने कहा कि जो पूर्व विधायक को थप्पड़ मारा गया है उसकी वह निंदा करते हैं। लेकिन जो बात सामने आई है उसमें साफ जाहिर है कि पूर्व विधायक द्वारा घटना की शुरुआत की गई तथा रड़ा पंचायत के घनश्याम जिन्होंने 15 मरले जगह दान में दी है । उनके साथ पूर्व विधायक द्वारा धक्का-मुक्की की गई जिसमें उन्होंने वीडियो में खुद पूर्व विधायक ने माना है, और उन्हें खून तक निकाला गया और एक पुलिस कांस्टेबल महिला को भी धक्का देकर गिराया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक 4 साल तक लोगों के मध्य नहीं गए तथा अब चुनावी बेला देखते हुए इस प्रकार का सुनियोजित षड्यंत्र रच कर जनता में लोगों के बीच सहानुभूति लेना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि घटना का षड्यंत्र रचा गया है सुलह भाजपा मंडल को इस बात की जानकारी थी तथा यही कारण है कि पुलिस वालों को पहले से ही सूचित किया गया था। उन्होंने कहा कि थप्पड़ मारने वाला व्यक्ति किसी भी तरह से भारतीय जनता पार्टी का कोई भी प्राथमिक सदस्य नहीं है और न ही उसका भाजपा से कोई नाता है।
इस दौरान जिनके साथ धक्का-मुक्की की वीडियो वायरल हुई है घनश्याम ने कहा कि पूर्व विधायक जगजीवन पाल जब उनकी पंचायत में आए तो वह अपनी जमीन पर खड़े थे और कार्यक्रम मैं विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार का स्वागत करने के लिए खड़े थे जोकि घटनास्थल से मात्र 15 मीटर की दूरी पर था तथा वह शोर शराबा होने लगा तो मौके पर चले गए जहां पूर्व विधायक धरने के लिए आए हुए थे और उन्हें पुलिस वाले रोक रहे थे तथा पूर्व विधायक ने महिला पुलिस कर्मी को धक्का दिया जो कि कीचड़ में गिर गई तथा उसके पश्चात उनके पास आए और उन्होंने कहा कि तूने क्यों जमीन दी है और उनसे उलझ पड़े और गले में हाथ डाल दिया तथा इस छीना झपटी में उन्हें खून भी निकला और एक निशान जो कि उन्होंने मौके पर दिखाया तथा कहा कि यह निशान आज भी 9 दिन के बाद भी ऐसा ही बना हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह 3 बीमारियों से ग्रस्त हैं जिसमें अस्थमा दिल की बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर तथा उस समय उन्हें बचना मुश्किल हो गया बड़ी मुश्किल से लोगों ने उन्हें पूर्व विधायक से छुड़वाया। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने कोई भी कानूनी कार्रवाई पूर्व विधायक के ऊपर क्यों नहीं की तो उन्होंने कहा कि वह एक गरीब आदमी है तथा किसी भी कानूनी पचड़े में नहीं पड़ना चाहते हैं। इस विषय को लेकर प्रदेश भाजपा कार्य समिति के सदस्य तनु भारती ने कहा कि यह एक सुनियोजित षड्यंत्र था तथा इस विषय पर पूर्व विधायक का एक मात्र उद्देश्य राजनीति करना था। इस दौरान मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा ने कहा कि जल्द ही इस सारे विषय को लेकर भारतीय जनता पार्टी सुलह मंडल ग्राम स्तर तक लोगों को पूर्व विधायक के बारे में बताएगा और एक बहुत बड़ा कार्यक्रम आने वाले समय में सुलह में आयोजित किया जाएगा।
इस दौरान सुलह मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा, महामंत्री सुखदेव मसंद, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तनु भारती, ब्लॉक समिति चेयरमैन अनिता चौधरी, जिला परिषद सदस्य रजनी देवी, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष ओम प्रकाश चौधरी, युवा मोर्चा अध्यक्ष सुनील कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे।
आखिर सोशल मीडिया में वीडियो आने के बाद क्यों आ रहे सामने
वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद ही हर तरह का राजनीतिक कार्यक्रम इस घटना से जुड़ा हुआ शुरू हो रहा है क्योंकि 31 अगस्त को यह घटना होती है उसके पश्चात 1 दिन के बाद पूर्व विधायक को थप्पड़ मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता है तथा उसके पश्चात ही सारा राजनीतिक घटनाक्रम शुरू होता है और उसके बाद ही एफ़आईआर होती है जबकि घटना होने के साथ ही कोई भी पुलिस में शिकायत नहीं की जाती इसके पश्चात लगभग 6 दिन बाद दूसरी वीडियो जिसमें जगजीवन पाल के विरुद्ध कथित आरोप लग रहे हैं। उसके आने के बाद जिनके साथ घटना घटी थी वह प्रकट होते हैं तथा उनका भी यही कहना है कि उन्होंने कोई भी कानूनी सहारा नहीं लिया तथा पहले कांग्रेस और भाजपा दोनों मैं किसी ने भी कानूनी सहारा आखिर क्यों नहीं लिया सब कुछ वीडियो आने के बाद ही क्यों हो रहा है यह एक बहुत बड़ा सवाल लोगों के मध्य है।
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