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पालमपुर सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के अभाव में नहीं हो रही बच्चों की ओपीडी और ऑपरेशन

👉आशीष बुटेल ने विधानसभा में उठाया मुद्दा

पालमपुर  प्रवीण शर्मा

पालमपुर सिविल अस्पताल मैं शिशु रोग विशेषज्ञ के अभाव में लगभग पिछले 4 माह से बच्चों की ओपीडी नहीं हो पा रही है तो वहीं दूसरी ओर सर्जन के अभाव में ऑपरेशन भी  बंद पड़े हुए हैं। जिस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


अगर बात करें पालमपुर सिविल अस्पताल की तो सिविल अस्पताल की कुछ समय पहले 200 बिस्तर की अधिसूचना जारी की गई है तथा ईमारत के अभाव में अभी इसे 200 बिस्तर का चलाया नहीं गया है। क्योंकि अभी तक इसकी बिल्डिंग का कार्य चल रहा है जो लगभग 1 माह तक पूरा कर लिया जाएगा। 


सिविल अस्पताल पालमपुर लोगों को अच्छी सुविधाएं देने के लिए जाना जाता है तथा यही कारण है कि कोविड-19 में भी यहां पर 500 के करीब ओपीडी रही तो वहीं दूसरी और रूटीन के समय में यहां पर लगभग एक हजार के करीब ओपीडी होती थी । जबकि डिलीवरी की बात करें तो यहां पर 2500 के करीब डिलीवरी होती थी और यह अस्पताल पालमपुर के साथ लगती  लगभग 6-7 विधानसभा के लोग यहां पर अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं और साथ लगते जिला मंडी के लोग भी यहां पर दस्तक देते हैं।


लेकिन कुछ समय से यहां पर कोई ऑपरेशन नहीं किए जा रहे हैं जबकि सर्जन की बात करें तो यहां पर जो पहले सर्जन थे उनका काफी बोलबाला इस अस्पताल में था तथा काफी दूरदराज से लोग आकर अपना ऑपरेशन या इलाज करवाते थे। लेकिन दोनों सर्जन के यहां से जाने के बाद यहां पर सरकार द्वारा कोई भी सर्जन तैनात नहीं किया गया तथा पूरी तरह से यह सुविधा पालमपुर में पिछले लगभग 4 माह से बंद पड़ी हुई है इसी प्रकार अगर बात करें शिशु रोग विशेषज्ञ की तो पालमपुर में अरविंद शर्मा बतौर शिशु रोग विशेषज्ञ अपनी सेवाएं देते थे तथा लोगों के लिए काफी भरोसे के डॉक्टर माने जाते थे तथा काफी दूरदराज से लोग यहां पर आते थे। लेकिन उनकी प्रमोशन होने के पश्चात तथा एक अन्य शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की अकस्मात निधन के पश्चात सरकार द्वारा कोई भी शिशु रोग विशेषज्ञ इस अस्पताल में नहीं लगाया गया तथा लगभग पिछले 4 माह से यह सुविधा यहां पर बंद पड़ी हुई है। जिस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


हालांकि इस विषय पर विभाग ने दो सप्ताह से दो दिन के लिये सर्जन की व्यवस्था कर रखी है लेकिन जिस प्रकार से अस्पताल में ओपीडी है और पहले दो सर्जन यहां पर काम करते थे ऐसे में यह व्यवस्था लोगों के लिये नाकाफ़ी है।

आशीष बुटेल ने उठाया विधानसभा में मुद्दा

इस विषय पर पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत पालमपुर के सिविल अस्पताल के मुद्दे को विधानसभा में उठाया जिसमें उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ तथा सर्जन न होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि यह अस्पताल जिला मंडी तक लोगों को अपनी सेवाएं देता है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल को कांग्रेस सरकार द्वारा 200 बेड का किया गया था। लेकिन उन्होंने कहा कि 2005-06 में यहां पर 25 सौ डिलीवरी होती थी जो अब घटकर 12 -13 सौ तक रह गई है। जबकि स्टाफ में बढ़ोतरी हुई है। 

क्या कहते हैं एम एस विनय महाजन

पिछले कुछ समय से यहां पर शिशु रोग विशेषज्ञ तथा सर्जन की पोस्ट खाली चल रही है इस विषय पर विभाग उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है तथा विभाग ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही इन पोस्ट को भर दिया जाएगा ताकि यह सुविधा यहां पर सुचारू रूप से चल सके।

क्या कहते हैं विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार

अस्पताल में सर्जन तथा शिशु रोग विशेषज्ञ न होने के बारे में स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री के ध्यान में इस विषय को लाया गया है तथा जल्द ही यहां पर इन दोनों प्रकार के विशेषज्ञों डॉक्टरों की नियुक्ति कर दी जाएगी।

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