जोगिंद्रनगर,जतिन लटावा
चौंतड़ा व तलकेहड़ पंचायतों के किसानों के प्रतिनिधिमंडल भटेहड़ व मचकेहड़ गांवों की पेयजल समस्या को लेकर जिला परिषद सदस्य व हिमाचल किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में आज जल शक्ति विभाग के चौंतड़ा मंडल के अधिकारियों से मिला तथा दोनों गांवों में पेयजल व्यवस्था को सुचारू करने की मांग की।
इस अवसर पर विष्णु राम, त्रिलोक चंद, कर्म चंद, अमन कुमार, हिमा देवी, धर्मदास, कांता देवी, पूर्ण चंद, जोंढा राम, स्वर्णा देवी, प्रताप चंद, शांति देवी, चंचला देवी, रामो देवी, केसरी देवी,निहारखू राम, सावित्री देवी, युद्धवीर सिंह, जुलमा देवी, भगवती देवी, विमला देवी, तिलक राज, टूहली देवी, कलावती, रानी देवी, शशी कुमार, राज कुमार आदि भी उपस्थित थे।
हिमाचल किसान सभा की भटेहड़ इकाई के प्रधान विष्णु राम व सचिव त्रिलोक चंद तथा मचकेहड़ इकाई की अध्यक्ष कलावती ने बताया इससे पहले भी गांव वासियों ने अधिकारियों से लेकर सरकार तक पेयजल समस्या के समाधान बारे गुहार लगाई लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई। गर्मियों में तो पेयजल का गंभीर संकट गांव वासियों ने झेला, लेकिन बरसात में भी पर्याप्त पेयजल नहीं मिल रहा है।
इस अवसर पर कुशाल भारद्वाज ने कहा कि पिछले 4 वर्षों से आये दिन करोड़ों रूपये की स्कीमें गिनाई जा रही हैं। मैदानों में पड़े पाइप दिखाये जाते हैं, लेकिन अधिकांश पूरे विधान सभा क्षेत्र के अधिकांश गांवों में पेयजल की भारी कमी है। उन्होंने आईपीएच अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि भटेहड़ के जिस सार्वजनिक नलके में बिल्कुल पानी नहीं आता है, उसे 5 दिन के अंदर दुरुस्त किया जाये। यदि पाइप बदलने हैं तो उन्हें भी बदला जाए। इसके अलावा भटेहड़ के जिन अधिकांश घरों में पानी पर्याप्त पानी नहीं आता है, वहां समूची पाइपलाइन को बदलकर बड़े डाया कि पाइप बिछाई जाये।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आप स्वयं तय करो कि यह काम कितने दिन में होगा तो सहायक, अभियंता व कनिष्ठ अभियंता ने कहा कि 15 सितम्बर से पहले इस काम को पूरा कर देंगे तथा उसके बाद ऐसी शिकायत नहीं रहेगी।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि 10 दिन के अंदर मचकेहड़ के हैंड पंप को ठीक किया जाये तथा जिस हैंड पंप में मोटर लगी है उसके बिल की अदायगी व मेंटिनेंस का कार्य भी विभाग देखे। ताकि लोगों का दोहरा खर्चा बच सके। इसी तरह मचकेहड़ स्कूल के समीप गांव के जिन घरों में पेयजल समस्या है उनको सतैन के बोरवैल से पानी उपलब्ध करवाया जाये।
उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि हम 15 सितम्बर तक ही इंतजार करेंगे, यदि भटेहड़ व मचकेहड़ में पेयजल समस्या हल नहीं हुई तो उसके बाद हम न केवल इन दो गांवों की जनता को बल्कि पेयजल समस्या से जूझ रही ऐहजू, बदेहड़ व अन्य पंचायतों की जनता को भी लामबंद कर जल शक्ति विभाग के कार्यालय की घेराबंदी करेंगे। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्री कहते हैं कि कुशाल भारद्वाज फालतू के धरने देता है, उनको मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जनता की समस्या को उठाना व उसके समाधान के लिए लड़ना यदि मंत्री को फालतू का काम लगता है तो यह फालतू काम मैं और किसान सभा हमेशा करते हैं और करते रहेंगे।
जल जीवन मिशन केंद्र सरकार का प्रोजेक्ट है तथा यह पूरे देश के लिए है। इस मिशन के तहत जो काम होने हैं उनका श्रेय न तो मंत्री जी को जाता है न किसी और को। हमारे मंत्री जी को, प्रदेश सरकार को व विधायक महोदय को यह बताना चाहिए कि आप अपने बजट व अपनी निधि से पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए कौन सा कार्य कर रहे हैं।
यदि हुक्मरानों को हमारे धरने से दर्द होता है तो अभी तो हम सिर्फ समस्या के समाधान के लिए ही संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन जरूरत पड़ी तो मंत्री व सरकार के खिलाफ भी मोर्चाबंदी शुरू कर देंगे।
उन्होंने कहा कि एक मैदान में पाइपों के ढेर दिखाये जाते हैं, कुछ दिन बाद उनमें से आधे पाइप गायब नजर आते हैं। जितने पाइप दिखते हैं, उतने लग नहीं रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि जोगिन्दर नगर के कई मैदानों में पड़े पानी के पाइप कुछ दिन बाद कौन से विधान सभा क्षेत्र पहुंचाये जा रहे हैं। जोगिन्दर नगर के हक के लिए हम तो धरना भी देंगे और सरकार से लड़ेंगे भी।
यदि हमारे जोगिन्दर नगर के जल शक्ति विभाग के डिविज़न को मंडी से काट कर हमीरपुर से जोड़ दिया जाये तो हम चुप कैसे रह सकते हैं। जोगिन्दर नगर का हक पाने के लिए हमारे विधायक या भाजपा के समस्त नेता किसी मजबूरी में चुप्पी साध लेते हैं तो हम तो चुप नहीं रह सकते। धर्मपुर में विभाग का सर्कल जस्टिफाई करने के लिए जोगिन्दर नगर की बलि हम नहीं चढ़ने देंगे। अपने मंडी जिला के मुख्यालय से काटकर हमारे डिविज़न को हमीरपुर चीफ आफिस के अधीन करना हमारे लिए असहनीय है।
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