👉सदन में विधायक विशाल नैहरिया के सवाल का जल शक्ति मंत्री ने दिया जवाब
धर्मशाला,रिपोर्ट
केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच योल छावनी बोर्ड को भंग करने का मामला प्रक्रिया में है। छावनी बोर्ड योल की सम्पत्तियों और देनदारियों को प्रदेश सरकार को हस्तांतरण करने की प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश सरकार के विभिन्न विभाग इस पर कार्य कर रहे हैं।
विधान सभा के मानसून सत्र में विधायक विशाल नैहरिया के सवाल के जवाब में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया है कि 16-12-2019 को सचिव, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार एंव मुख्य सचिव, हिमाचल प्रदेश सरकार के मध्य हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि छावनी बोर्ड योल ख़ास क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों की सेवाएं, पेंशन, स्कूल, अस्पताल व भूमि को राज्य सरकार को स्थानांतरित किया जायेगा। इस कार्य के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था, जिस कमेटी ने छावनी बोर्ड योल खास कर्मचारियों, परिसम्पतियों और देनदारियों को राज्य सरकार को हस्तांतरित करने के तौर तरीकों पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है । समिति की रिपोर्ट पर मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश सरकार की अध्यक्षता में 21-07-2020, 06-10-2020 और 30-07-2021 को सम्बंधित अधिकारीयों के साथ बैठकें भी की गई हैं।
युद्ध संग्रहालय में सज्जित होगी अटल टनल, आदिकाल से वर्तमान युद्ध पद्धति के विकास की जानकारी
इसी साल सैलानियों के लिए खोला जायेगा धर्मशाला का युद्ध संग्रहालय
सदन में विधायक विशाल नैहरिया के सवाल का जल शक्ति मंत्री ने दिया जवाब
युद्ध सग्रहालय धर्मशाला में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अटल टनल को सजित किया जायेगा, जबकि आदिकाल से वर्तमान तक युद्ध पद्धति के विकास की जानकारी भी दी जाएगी। इसी साल सैलानियों के लिए युद्ध संग्रहालय को खोल दिया जायेगा। युद्ध सग्रहालय का शिलान्यास 11 फरबरी 2014 को हुआ था, जबकि 09 अगस्त 2017 को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इसका उद्घाटन कर दिया था। विधायक विशाल नैहरिया के सवाल के जवाब में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया है कि अभी युद्ध सग्रहालय का कार्य चला हुआ है। इसी वित्त वर्ष में सैलानियों के लिए खोल दिया जायेगा।
मंत्री ने बताया कि युद्ध संग्रहालय के लिए दो चरणों में 11 करोड़ दो लाख 78 हजार रूपये की धनराशी जारी की गई है, जिसमें पहले चरण में नौ करोड़ 87 लाख 78 हजार रूपये और दुसरे चरण में एक करोड़ 15 लाख रूपये जारी की गई है। इसमें 10,26,98,462 रूपये की धनराशी खर्च की गई है, जबकि 75,79,538 रूपये धनराशी शेष है। तीन मंजिल वाले युद्ध सग्रहालय में आर्मी, नेवी और वायु सेना के अलग –अलग इन्कलॉजर बनेंगे, जिसमे आर्मी के गोरखा, पंजाब, ग्रेनेडियर, जैक रायफल, मैक्केनाइजड, आर्म्ड, डोगरा रेजिमेंटल इन्कलॉजर होंगे। इसके आलावा 33 हथियार रखे जायेंगे और हथियारों को चलाते हुए मॉडल भी बनाये जायेंगे! इसके आलावा फील्ड मार्शल और एयर मार्शल के बुत, नेवी और एयर फ़ोर्स और नेवी की ड्रेस सहित प्रदेश के छावनी बोर्ड के चित्र भी दर्शाए जायेंगे। युद्ध स्मारक के संचालन के लिए उपनिदेशक एक, रिसेप्शनिस्ट एक, जेओए आईटी दो, माली एक और गेलरी परिचालक दो पद स्वीकृत किये गये हैं।
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