मामला जानने घर पहुंची के.डी. राणा और शेर सिंह की टीम
ज्वाली, रिपोर्ट
विधानसभा ज्वाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पंचायत भाली में आज भी 70 साल की उम्र में नंदलाल मजदूरी करके घर का खर्चा चला रहा है । स्थिति इतनी दयनीय है कि बयां नहीं की जा सकती । जानकारी देते हुये समाजसेवी शेर सिंह ने कहा कि नन्दलाल का कहना की मेरे घर के हालात ठीक नहीं है बह बारिश में कभी भी गिर सकता है और मेरी पत्नी 65 वर्ष तथा बेटा 30 वर्ष का है परंतु मानसिक तौर पर कमजोर है।
जिस वजह से मुझे बुढ़ापे में भी मजदूरी करके परिवार चलाना पड़ता है । वहीं मौके पर पहुंचे समाजसेवी के.डी. राणा शेर सिंह ने कहा कि सरकार गरीबों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं बनाती है पर धरातल तक पहुंचते-पहुंचते हांफने लगती हैं और उन योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल पाता है ।
चुनावों के समय नेता अनेक तरह के वादे करते हैं लेकिन चुनाव होने के उपरांत इन लोगों का हाल जानने कोई नहीं आता। जिसका उदाहरण यह नंद लाल का घर है। समाजसेवी के.डी. राणा व शेर सिंह ने कहा कि 70 साल की उम्र में नंदलाल अपना परिवार कैसे चलाते होंगे यह अंदाजा हम उनके आंसु देख के लगा सकते हैं और बुढ़ापे में अपने परिवार का बोझ कैसे उठाते होंगे यह बहुत ही पीड़ादायक बात है । उन्होंने बताया कि नंदलाल के पास अपना घर तो है पर इतना जर्जर है कि कभी भी गिर सकता हैl वहीं पंचायत ने भी इस परिवार को गरीबी रेखा से दूर रखा हुआ है परिवार के पास शौचालय तक नहीं है, और शर्मसार कर देने बाली बात यह है कि मात्र 200 मीटर की दूरी पर प्रधान व उपप्रधान का घर है ।
उन्होंने कहा कि पंचायत ने इस परिवार को अनदेखा किया हुआ है के.डी. राणा ने कहा कि आई.आर.डी.पी. जैसी योजनाएं इन जैसे परिवारों के लिए बनाई गई हैं लेकिन मिलती नहीं है । यह हिमाचल में सबसे बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है अगर इन जैसे परिवारों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता है तो यह योजना किस लिए बनाई गई है? और कैसे लोगों को इस योजना का लाभ मिलता है।
0 Comments