पालमपुर 19 जुलाई,रिपोर्ट
आए दिन हमें प्रकृति से खिलवाड़ करने का नतीजा देखने को मिल रहा है लेकिन हम लोग हैं, कि कुछ समझ ही नहीं रहे हैं। प्रकृति हमें बार-बार समय दे रही है लेकिन हम संभल ही नहीं रहे हैं। यह शब्द जारी प्रेस व्यान में समाज सेवी लक्ष्मी मेहता ने कहे। उन्होंने कहा कि पालमपुर सौंदर्य से भरपूर और अपने आप में एक खूबसूरत शहर है लेकिन आए दिन पालमपुर की खूबसूरती पर दाग लगाने वाले कृत्य सामने आ रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि बाहर से आ रहे टूरिस्ट यह भूल जाते हैं कि जिस सुंदरता के कारण वह यहां आए हैं वह उसी को खत्म कर रहे हैं खाने पीने के बाद उसी जगह पर गंदगी फैलाना तो मानो जैसे एक आम बात हो गई हो। लेकिन उन्होंने कहा कि इस बात में पूरी तरह से सैलानियों को ही दोषी नहीं कहा जा सकता है, कुछ स्थानीय भी अपने फर्ज को भूलकर गंदगी फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 80 प्रतिशत लोग कूड़ा कुहलों में फेंकते हैं या खुले में फेंकते हैं। उन्होंने सैलानी और स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि मेरा कृपया गंदगी न फैलाएं मनोरंजन के लिए घूमे फिरे और समय को इंजॉय करें लेकिन प्रकृति से इस तरह का खिलवाड़ ना करें। क्योंकि प्रकृति से सुंदर और विपदा पर आपदा से बदसूरत कुछ नहीं होता। साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी अनुरोध किया कि ऐसा करने वालों को फाइन किया जाए। ताकि वह ऐसा करने से पहले भी सौ बार सोचें।
उन्होंने कहा कि अगर प्रकृति नहीं हमें बचने के लिए एक सुंदरता तो दी है तो हमारा भी उत्तरदायित्व बनता है कि उसको उसकी सुंदरता को बनाए रखें।
0 Comments