शिमला,रिपोर्ट
कानून व्यवस्था बनाएं रखना पुलिस की प्राथमिकता तथा पर्यटकों की गुंडागर्दी सहन नहीं होगी और अपराधों के हिसाब से जांच के लिए पुलिस जवान प्रशिक्षित होंगे तथा अगले 6 माह में हिमाचल प्रदेश में खड़ी होंगी 3 एसडीआरएफ यह शब्द हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रमुख डीजीपी संजय कुंडू ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कहे। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश पुलिस राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पांच प्रमुख क्षेत्रों में कार्य कर रही है। हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू के बाद हिमाचल में पर्यटकों की बाढ़ सी आ गई है। हिमाचल में रोजाना 18 हज़ार गाड़ियां आ रही है।
अकेले रोहतांग टनल में रोज़ाना 7 हज़ार गाड़ियां आई। आने वाले समय में अपराधों से निबटने के लिए विशेष प्रशिक्षित जवानों की जरूरत महसूस हो रही है। शिमला में प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश पुलिस महिला व बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों, नशा व मादक पदार्थ, संगठित अपराधों, यातायात सुरक्षा और संगीन अपराध जैसे मामलों से सख्ती से निबट रही है।
डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि नशे सौदागरों पर नकेल कसने के लिए पुलिस द्वारा पहली बार ईडी के सहयोग से अपराधियों की संपत्ति जब्त की गई। इस सख़्ती के नतीजे सामने आ रहे है ऐसे अपराधी अब डर के मारे नशे के धंधे से खुद को दूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस द्वारा सार्थक कार्य किए जा रही है। अब पुलिस मात्र वाहनों के कागज की जांच नही करती बल्कि दुर्घटनाओं के असली कारणों जैसे नशे में गाड़ी चलाने, ट्रैफिक नियमों का पालन न करने, तेज गति के जैसे नियमों पर सबसे ज्यादा कार्यवाही की जा रही है। परिणामस्वरूप अब सड़क दुर्घटनाओं में भी काफी कमी देखी जा रही है। पत्रकारों से बातचीत में संजय कुंडू ने बताया कि साइबर क्राइम के मामले प्रदेश में बढ़ते जा रहे हैं और आने वाले समय में प्रदेश पुलिस को इसके लिए और अधिक तैयारियां की जरूरत है जिसके लिए प्रदेश पुलिस प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में होने वाली आपदाओं से निबटने के लिए आगामी 6 माह में एसडीआरएफ बना दी जाएगी। शिमला, मंडी व कांगड़ा में एसडीआरएफ खड़ी की जा रही है। जिनको एनडीआरएफ में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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