बैजनाथ रितेश सूद
बैजनाथ में बिजली व्यवस्था राम भरोसे यह बात पूर्व जिला परिषद सदस्य एवं एनजीओ लोक सेवा मंच के संयोजक तिलक राज ने कही, तिलक राज ने कहा कि जिस तरह बैजनाथ में हर दिन बिजली के कट लग रहे हैं ,और जो लोगों को परेशानी हो रही है, उससे यह मालूम होता है कि बैजनाथ में बिजली की व्यवस्था किसी शासन व प्रशासन के हाथों न होकर राम भरोसे ही चल रही है।
तिलक राज ने कहा कि बैजनाथ में इतने बिजली के प्रोजेक्ट है,कि अन्य जगहों को बिजली सप्लाई की जाती है ,और पूर्व में रह रहे नेताओं ने जो व्यवस्था की थी यदि उसका रखरखाव भी वर्तमान की स्थितियों को मध्य नजर रखते हुए किया जाए तो भी वैजनाथ के क्षेत्र में बिजली की किसी भी प्रकार की समस्या ना भविष्य में ना वर्तमान में उत्पन्न हो सकती है। परंतु न जाने किस प्रकार की कार्यप्रणाली पिछले एक दशक से अपनाई जा रही है कि हम अपनी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित रह रहे हैं।जिसके लिए शासन वह प्रशासन जिम्मेदार है, परंतु वर्तमान स्थिति यह है कि अपनी जिम्मेदारियों का ठीकरा शासन प्रशासन पर छोड़ता है और प्रशासन शासन पर दुख तो इस बात का है की चाहे गलती शासन की हो या प्रशासन की मुश्किलों का सामना तो हर रूप में जनता को ही भुगतना पड़ता है। तिलक राज ने कहा कि बिजली के बिलों में भी बढ़ोतरी की मार जनता को पड़ी और आए दिन विभागीय त्रुटियों के कारण अव्यवस्थित शासकीय प्रणाली का खामियाजा भी जनता को ही भुगतना पड़ रहा है। जनता समय निर्धारित पर बिल का भुगतान न करें तो उस पर अतिरिक्त चार्ज लगाकर बिल का भुगतान लिया जाता है, परंतु यदि समय पर जनता को बिजली की सप्लाई न मिले ऐसी सूरत में न तो शासन के ऊपर न तो प्रशासन के ऊपर कोई अर्थदंड लगता है ,न ही कोई सुनवाई होती है सिर्फ यह कहकर जनता को संतुष्टि दी जाती है ,की पीछे से फाल्ट था या अन्य कोई बहाना बनाकर जनता को गुमराह किया जाता है। तिलक राज ने कहा कि जब बिजली ही अपने क्षेत्रों में उत्पन्न होती है और यदि स्थानीय लोग ही उसका लाभ ना ले सके तो क्यों अपने क्षेत्र में प्रोजेक्ट लगाने की अनुमति दी जाती है चाहे निजी हो या सरकारी इन प्रोजेक्टों के कारण हमारी प्रकृति के स्रोतों का दोहन तो कर लिया जाता है, परंतु उसका लाभ जिनको मिलना चाहिए उनको नहीं मिलता है। तिलक राज ने शासन व प्रशासन से मांग की है की बिजली की आए दिन की समस्या से स्थाई रूप से शीघ्र अति शीघ्र आम जनमानस को निजात दिलाई जाए।
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