बिलासपुर, रिपोर्ट
हिमाचल फार्मासिस्ट संघ की वर्चुअल बैठक संघ के मुख्य सलाहकार डीडी शुक्ला की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें सभी राज्य के कार्यकारिणी सदस्यों व हर जिला के प्रधान वह सचिवों ने भाग लिया। संघ के महासचिव मनोज कुमार ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी फार्मेसिस्ट को इकट्ठे होकर लड़ाई लड़नी चाहिए। संघ के मीडिया प्रभारी प्यारे लाल सोनी ने बताया कि वर्चुअल मीटिंग के दौरान सभी फार्मेसिस्ट ने संघ के सभी पदाधिकारियों से सहयोग की अपील की ।
उन्होंने बताया कि संघ प्रतिनिधि मंडल प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर सहजल से 21 मार्च को धर्मपुर में अपनी सभी मांगों को लेकर मिल चुका है। जिसमें मुख्य रूप से फर्म सिस्टम का पदनाम बदलने बारे विशेष रूप से चर्चा हुई थी जो कि 16 प्रदेशों में लागू भी हो चुका है फार्मासिस्टओं का पदनाम फार्मेसी ऑफ सर वह चीफ फार्मेसी ऑफ सर करने वारे कई बार चर्चा हुई है । उन्होंने कहा कि दैनिक व जोखिम भक्तों के बारे में कई बार सरकार के पास ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगी I संघ के महासचिव रोहित शर्मा ने सरकार को चेताया है कि अगर अब भी सरकार ने हमारी मांगों को पूरा नहीं किया तो फार्मासिस्ट काले बिल्ले लगाकर विरोध करेंगे इसके लिए हमें संघीय ढांचे को मजबूत करना होगा । उन्होंने कहा कि हमारा फार्मासिस्ट दूरदराज इलाकों में अकेला अपनी सेवाएं दे रहा है डॉक्टर से नर्स तक सभी के कार्य कर रहा है फिर भी सरकार उसकी बातों को अनसुनी कर देती है । उन्होंने कहा अब लगता है फार्मासिस्ट को अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा उन्होंने सभी फार्मेसिस्ट से आग्रह किया है कि हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
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