Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

मरीजों का हौंसला बढ़ाने के लिये पीपीई कीट पहन चिकित्सकों के साथ कोविड वार्ड में गये एसडीएम धर्मेश रामोत्रा


  • बैजनाथ,रितेश सूद
    आपको घबराने की जरूरत नहीं है, प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कोविड 19 संक्रमण से ग्रसित हर व्यक्ति के स्वास्थ्य की चिंता कर रहे है। अस्पताल में किसी मरीज़ को किसी रूप में कोई तकलीफ न हो किसी भी चीज़ की कमी न हो इसके लिये स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त प्रशासन दिन रात कार्य मे जुटा है। राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक महाविद्यालय एवं अस्पताल पपरोला में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद डेडिकेटेड कोविड केयर हॉस्पिटल बनाया गया है जहाँ वर्तमान में 50 बिस्तरों की सुविधा है और जरूरत ले अनुरूप मुख्यमंत्री ने इसे 100 बिस्तरों तक बढ़ाने के आदेश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने स्वयं इस संस्थान को दौरा तक व्यवस्थाओं का जायजा लाया था।




इस संस्थान के कुशल प्रबंधन और चिकित्सकों एवं अन्य मेडिकल स्टाफ की दिन-रात सेवा से 30 लोग यहां से स्वस्थ होकर अपने घरों को गए हैं। हॉस्पिटल के भीतर सारी व्यवस्थाओं का जायजा लेने के एसडीएम पालमपुर धर्मेश रामोत्रा ने खुद कमान संभाली और पीपीई कीट पहन चिकित्सकों के साथ कोविड वार्ड में गये । इस टीम में आयुर्वेदिक अस्पताल के एमएस डॉ कुलदीप बरवाल, डॉ प्रदीप अवस्थी, डॉ अश्वनी शर्मा और पंकज व्यास शामिल रहे।

यहां उपचाराधीन सभी संक्रमित लोगों को दोपहर का भोजन वितरित किया और सभी का कुशलक्षेम जाना। अपने बीच एसडीएम का पाकर यहां उपचाराधीन मरीज़ काफी हैरान थे और उनके चेहरे पर एक मुस्कराहट भी थी कि सरकार और प्रशासन संकट की इस घड़ी में उनके साथ है। एसडीएम ने यहां मरीजों से व्यकितगत बात में उनकों दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता, ऑक्सीजन की उपलब्धता, चिकित्सकों और स्टाफ की उपलब्धता तथा सैनिटेशन व्यवस्था के बारे जाना। उन्होंने सभी को भरोसा दिलाया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आदेश है कि किसी भी मरीज को सुविधाओं की उपलब्धता में कोई कमी नहीं आनी चाहिये। एसडीएम ने कहा कि अगर किसी मरीज को भविष्य में नही कोई समस्या आती है तो वे व्यक्तिगत रूप में उनसे सीधे बात कर सकता है। उन्होंने सभी को भरोसा दिलाया कि सरकार और प्रशासन हर समय आपके साथ खड़ा है।

यहां उपचारधीन मरीज़ो का कहना था कि संक्रमण के चलते जब हर कोई संक्रमित लोगों से दूर भाग रहा है ऐसे में यहां तैनात स्टाफ और चिकित्सकों के अपनेपन और सेवा भाव से कार्य और व्यवहार से ही आधी बीमारी दूर हो जाती है तथा मन में कोरोना को हारने को आत्मविश्वास पैदा हो रहा है। घर जैसा पोष्टिक भोजन एवं अन्य सुविधाओं की उपलब्धता और एसडीएम के स्वयं उनके बीच हाल जानने से मनोबल बढ़ा है। सभी इन सुविधाओं के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना कर रहे थे।

एसडीएम ने कहा कि उपचाराधीन मरीज़ो के बीच जाकर उनका हाल जानने के पीछे लोगों में आत्मविश्वास पैदा करना था कि सरकार और प्रसाशन आपके साथ है और यहां उपलब्ध व्यवस्थाओं के जानना था कि मरीज़ो को किसी रूप में कोई कमी तो नहीं है। उन्होंने बताया कि उनके ध्यान में आया कि कुछ मरीजों के शौचालय जाने और खाने के समय भी ऑक्सीजन चली रहती थी जब मरीज़ो को इस बारे जागरूक किया गया तो ऑक्सीजन की खपत में काफी कमी आयी है।

Post a Comment

0 Comments

आखिर मोबाइल कैसे उड़ा रहा है रात की नींदे