वैश्विक महामारी से जीतेगा हिमाचल,हो रहे प्रयास
- शिमला, रिपोर्ट
प्रदेश में एडमिशन एडवोकेट जरनल हिमांशु मिश्रा ने कहा कि अनसुने महत्वपूर्ण समसामयिक असाधारण काम सम्भव हो सके है । चीन का वायरस जब मानवता के ऊपर आक्रमण कर रहा था , तो एक बड़ा चैलेंज था , कोविड के मरीजों के इलाज और अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों के इलाज की मुख्य अस्पताओं के पास ही किंतु अलग स्थान पर व्यवस्था । हिमाचल की जय राम ठाकुर की भाजपा सरकार ने यह चुनौती स्वीकार की और मेक शिफ्ट हॉस्पिटल बनाने की सोची । उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से जहां अस्पतालों स्कूलों पुलों को बनने में 5 से 10 साल लग जाते थे ,वहां सभी सुविधाओं युक्त हॉस्पिटल बनाना कठिन था , लेकिन मुख्यमंत्री की जिद्द और केंद्र सरकार के इरादे सीएसआईआर के सयुंक्त प्रयासों से 4 मेक शिफ्ट हॉस्पिटल एक महीन से लेकर 3 महीनों में तैयार हो गए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार ने सीएसआईआर जिसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं के सानिध्य में cbri (Central Building Research Institute, Roorkee ) रुड़की से करार किया और आधुनिक बिस्तर ऑक्सिजन सप्लाई चिकित्सीय सुविधाएं तैयार हो गयी । न दिखावे के लिए बड़ा शिलान्यास हुआ न बड़े दिखावे वाला उदघाटन , केवल जनता की सेवा की कामना से यह काम सम्भव हो सका । उन्होंने कहा कि उस समय दूसरी लहर की कोई चेतावनी भी न थी । लेकिन मुख्यमंत्री ने मेहनत से प्रदेश वासियों को अलग स्थान पर अत्याधुनिक सुविधाओं को पहुंचा कर अपने कर्तव्य को पूरा किया । उन्होंने कहा कि कभी आपने सोचा की बड़े राज्यो के मुख्यमंत्री केजरीवाल और उद्धव ठाकरे को यह ख्याल क्यों नही आया?
उन्होंने कहा कि आज टांडा में इस सुविधा के कारण 178 मरीज ईलाज करवा पा रहे हैं , शिमला में 330 बेड कैपेसिटी सम्भव हो सकी और नालागढ़ में 40 बेड्स युक्त अस्पताल चल रहा है। मेडिकल कॉलेज नेरचौक में कोरोना महामारी के दृष्टिगत 100 बिस्तर का प्री-फैब्रिकेटिड आधुनिक सुविधाओं युक्त अस्पताल लगभग तैयार है । इन अस्पतालोन में ICU और Operation Theater की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी ।
उन्होंने कहा कि आपके ध्यान में यहां कुछ महत्वपूर्ण विषय और भी लाना चाहता हूँ ।
21 अप्रैल 2021 को हिमाचल में कोविड इलाज के लिए 1520 बेड्स थे ,जो 12 मई 21 को मात्र 20 दिनों में 3806 करने में भी हिमाचल ने सफलता पाई है ।। जिसमे 80% बेड्स ऑक्सिजन सुविधा से युक्त हैं । हिमाचल सरकार आगामी 5 दिन में यही क्षमता 1200 से अधिक बढ़ा लेगी । केंद्र सरकार ने इन बढ़ी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए D और B टाइप ऑक्सिजन सिलिंडर हिमाचल प्रदेश को अधिक मात्रा में भेजने के लिये प्रबंधन और व्यवस्था कर दी है ।
उन्होंने कहा कि वहीं प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर भी सफलता हासिल की है । केंद्र और प्रदेश के आपसी सामंजस्य से चंबा और हमीरपुर के ऑक्सिजन प्लांट चलने से भी प्रदेश में मरीजों को अधिक सिलिंडर मिलने सम्भव हुए है । नाहन और मेक शिफ्ट हॉस्पिटल नेर चौक में चलने से ऑक्सिजन सिलिंडर अधिक मात्रा में पर्याप्त होंगे ।
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार संवेदनशील है जब कोविड की दूसरी लहर में RTPCR टेस्ट के सैम्पल बढ़ने लगे , प्रदेश की 8 इसी वर्ष विकसित लैब में प्रशिक्षित डॉक्टर्स और वैज्ञानिक रात के 3 बजे तक भी मेहनत करने के बाद बैकलॉग कम नही कर पाए तो हिमाचल सरकार ने निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में भी कोरोना आरटीपीसीआर के टेस्ट करवाने की मंजूरी दे दी । सरकार ने कोरोना टेस्ट की जांच कराने को अनुमति देने के साथ शुल्क भी निर्धारित किया है। निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं को जीएसटी, परिवहन, पैकिंग, पीपीई किट सहित अन्य प्रकार के खर्चों को मिलाकर प्रति सैंपल 500 रुपये तथा घर से सैंपल एकत्रित करने के लिए 750 रुपये रहेगा। निजी अस्पताल और प्रयोगशालाएं इन दरों से अधिक राशि नहीं ले सकेंगे ।
उन्होंने कहा कि सरकार सीमित संसाधनों में ईलाज का पैसा वहन कर रही है , कोविड टेस्ट मुफ्त में कर रही है , वैक्सीनशन मुफ्त में कर रही है । मुख्यमंत्री जी खुद मोर्चा संभाल रहे हैं । स्वास्थ्य मंत्री सुविधाओं का ग्राउंड जीरो में निरीक्षण और संचालन कर रहे हैं। सभी जिलाधिकारी , डॉक्टर्स नर्सेस , पूरा स्टाफ रात दिन काम कर रहा है ।
उन्होंने कहा कि आप भी लॉक डाउन के नियमों का पालन कर रहे हैं । हम यह युद्ध जी हां बायोलॉजिकल वार जीतेंगे । केवल शारीरिक दूरी , मास्क , हैंड सैनिटिसशन के नियमों को और कड़ाई से पालन करते रहें । एक निवेदन अंत मे मरीजों पीड़ितों का उत्साह बढ़ाएं , कुछ समाज मे सार्थक योगदान दे ।
0 Comments