- पालमपुर, मोनिका शर्मा
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने अमित शाह गृह मंत्री भारत सरकार को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा बीजापुर में नक्सलियों के आक्रमण से 22 जवानों की शहादत से पूरा देश दहल गया है। यह समस्या बहुत पुरानी हैं। देश के नौ राज्यों में करीब 50 जिले नक्सल समस्या से प्रभावित हैं। आज तक 10 हजार नक्सली वारदातों में हजारों सैनिक शहीद हो चुके हैं। उन्होंने कहा कुछ वर्ष पहले सरकार ने नक्सलवाद के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाई थी। उसमें एक मत से कहा था कि नक्सलवाद का कारण देश के कुछ इलाकों में भयंकर गरीबी, बेरोजगारी और भुखमरी है।
माओवादी उन गरीबों को भड़का कर यह वारदातें कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया था कि सरकार आर्थिक विशमता दूर करे और उन इलाकों में युद्ध स्तर पर विकास करे। शांता कुमार ने कहा विकास तो हो रहा है पर विकास के लाभ सबसे नीचे सबसे गरीब को बहुत कम मिल रहा है।
कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट में कहा गया कि दुनिया के 190 देशों में अरबपतियों की सूची में भारत ऊपर चौथे नंबर पर है। लेकिन ग्लोबल हंगर इन्डैक्स की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 130 सबसे गरीब देशों में भारत नीचे 117 स्थान पर है। इतना ही नही रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 19 करोड़ 40 लाख लोग रात को लगभग भूखे पेट सोते हैं। विकास हो रहा है लेकिन सामाजिक न्याय नहीं हो रहा है। अमीरी चमक रही है और गरीबी सिसक रही है। उन्होंने इसके लिए अन्त्योदय योजना शुरू करने का सुझाव दिया जो इन अति गरीब लोगों की सहायता करे।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि नक्सलवाद की समस्याओं को राज्य की पुलिस समाप्त नहीं कर सकती। हजारों जवान शहीद हो चुके हैं। इस संबंध में सरकार को रणनीति बदलनी चाहिए। अब इन इलाकों को नार्थ ईस्ट की तरह सीधे सेना के हवाले कर देना चाहिए। सेना को नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए पूरी छूट दी जानी चाहिए। उन इलाकों की गरीबी भुखमरी को दूर करने के लिए यु़द्ध स्तर पर काम करना चाहिए। उनके नेताओं से बातचीत भी की जानी चाहिए।
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