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सरकार की एसओपी. के तहत पूजा अर्चना के बाद चामुंडा मंदिर को बंद किया गया

व्यापारी वर्ग में रोष



  • चामुंडा,बॉबी गोस्वामी
    जहां प्रदेश के सभी मंदिरों को सरकारी आदेशों के चलते बंद कर दिया गया है वहीं जिला कांगड़ा के श्री चामुंडा नंदीकेश्वर धाम को भी शुक्रवार को पूजा अर्चना करने के साथ आगामी आदेशों तक बंद कर दिया गया है आज के उपरांत मंदिर में सिर्फ मंदिर पुजारी, सहायक पुजारी व सफाई कर्मचारी ही मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे बाकी सभी लोगों पर सरकार व प्रशासन की ओर से पाबंदी लगाई गई है उक्त जानकारी मंदिर अधिकारी अपूर्व शर्मा ने दी । मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश ने बताया कि जिलाधीश कांगड़ा मंदिर ,सहायक आयुक्त व मंदिर अधिकारी के आदेशों के अनुसार आज सुबह विधिवत पूजा-अर्चना करने के उपरांत मंदिर को बंद कर दिया गया अब प्रतिदिन सुबह आरती के समय, दोपहर 12 बजे भोग के समय तथा शाम आरती व भोग के समय मंदिर को खोला व बन्द किया जायेगा।



व्यापरियों ने लगाया आरोप


श्री चामुंडा नंदीकेश्वर धाम व्यापार मंडल के प्रधान अमित मेहता और उपप्रधान बॉबी गोस्वामी व समस्त व्यापार मंडल 23 अप्रैल को श्री चामुंडा मंदिर को बन्द होने से खपा है। वहां उनको अव रोज़ी रोटी व बच्चों की स्कूल फीस की चिंता सताने लगी है।उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि सरकार व प्रशासन का शनिवार व रविवार को लॉक डाउन करने का फैसला सही था परन्तु मंदिरों को बंद करके सरकार व प्रशासन ने हमें जीते जी मार दिया है।क्योंकि हमारी सारी दुकानदारी श्रद्धालुओं पर टिकी है अगर श्रद्धालु ही मंदिर में नहीं आएंगे तो हमारी दुकाने कैसे चलेंगी।जहां हमें खाने के लाले पड़ जायेंगे वहीं हम अपने स्कूल के बच्चों की फीस कहाँ से देंगे। व्यापार मंडल का सरकार व प्रशासन से आग्रह किया है कि पुनः इस फैसले पर पुनर्विचार करें ताकि व्यापारी वर्ग में किसी भी प्रकार का प्रहार उनकी रोजी रोटी बन्द न हो।
मंदिर बंद करने भी हैं तो शनिवार और रविवार के दिन मंदिरों को ही बंद किया जाए जिसका व्यापार मंडल स्वागत करता है। व्यापार मंडल के प्रधान अमित मेहता और उप प्रधान बॉबी गोस्वामी का कहना है कि एक तरफ तो सरकार के द्वारा सभी पर्यटन स्थल खुले रखे गए हैं और केवल मंदिरों को ही बंद किया जा रहा है ऐसे आदेश सरकार द्वारा पारित किए गए हैं यदि मंदिरों को बंद किया गया तो पुनः से एक बार दुकानदारों की रोजी रोटी के लाले पड़ जाएंगे और कई व्यापारियों ने बैंकों से लाखों रुपए का लोन ले रखा है। इसलिए हमारे परिवारों को ध्यान रखते हुए इस आदेश पुनर्विचार किया जाए।
इस मौके पर जगदीश, संजीव शर्मा,विनोद कुमार राकेश कुमार, अनूप ठाकुर, राकेश कटोच आदि दुकानदार मौजूद थे।,

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