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एसीसी के खिलाफ ग्रामीणों का सांकेतिक धरना-प्रदर्शन


  • बिलासपुर,रिपोर्ट
    विस्थापित एवं माइनिंग प्रभावित कुनणु और बलोह गांव के लोगों ने एसीसी के खिलाफ शनिवार को दोपहर 12 से 3 बजे तक सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन की 2 वर्ष पूर्व ग्रामीणों के पक्ष में जारी की गई रिपोर्ट को लागू करने की मांग उठाई। धरने के बाद एसीसी माइनिंग प्रबंधक ने लोगों को कुनणु गांव में मंगलवार को बैठक के लिए बुलाया है।




धरना-प्रदर्शन कर ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ भी रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पहले एडीएम बिलासपुर की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट में सामने आया था कि कुनणु गांव में एसीसी माइनिंग क्षेत्र में अवैज्ञानिक तरीके से की गई ब्लास्टिंग से भवनों में दरारें आई हैं। लोगों के मकान गिरने के कगार पर हैं। सभी नियमों को ताक पर रखकर रात को ब्लास्टिंग का कार्य किया जाता है जो कि गैर कानूनी है। एसीसी के मुख्य प्रबंधक माइनिंग पंकज नैन ने लोगों को समस्या को सुलझाने का आश्वासन दिया। एसीसी प्रबंधन मंगलवार को कुनणु गांव में लोगों के साथ बैठक करेगा। इस धरना-प्रदर्शन में रजनी देवी, सुनील गौतम, संतोष कुमारी, सचिन, पुरुषोत्तम, सुरेश गौतम, शिव गौतम, विजय गौतम, सुरेंद्र गौतम, नंदलाल, शिवराम, बाबूराम और अन्य लोग मौजूद रहे।

एसीसी के साथ लगते धौन कोठी, कुनणु, बलोह और बरयाही गांवों के लोग सालों से एसीसी खनन क्षेत्र में हो रही भारी ब्लास्टिंग से परेशान हैं। ग्रामीण कई बार धरना-प्रदर्शन भी कर चुके हैं। प्रशासनिक कमेटियां भी ग्रामीणों के हित में दो बार रिपोर्ट तैयार कर चुकी हैं। लेकिन अभी तक दोनों ही रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

साभार अमर उजाला।

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