Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार का ज़ोर : अनुराग ठाकुर


  • हमीरपुर, रिपोर्ट
    केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने सीआईआई द्वारा आयोजित महिला सशक्तिकरण के वार्षिक सम्मेलन में इस बजट में महिलाओं के उत्थान व उनके सशक्तिकरण के मोदी सरकार द्वारा किए गये प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी व महिला उद्यमियों की उपलब्धियों पर उनकी सराहना की ।




अनुराग ठाकुर ने कहा “ मोदी सरकार पूरी दृढ़ता से महिला सशक्तिकरण के प्रति समर्पित है और इसी का परिणाम है कि हमने बजट 2021- 22 में हमने महिलाओं का विशेष ध्यान रखा है। महिलाओं के लिए चलाई जा रही विशिष्ट योजनाओं के लिए 28,600 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। पोषाहार योजना के लिए वर्ष 2020-2021 के लिए 35,600 करोड़ रुपए का आवंटन हुआ है।पांच लाख रुपये तक की स्वास्थ्य बीमा योजना, उज्जवला योजना का विस्तार, महिला उद्यमियों के लिए प्रशिक्षण एवं बैंक ऋण सुविधा का विस्तार देने का काम मोदी सरकार ने किया है। लैंगिक समानता लाने के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण बहुत जरूरी है और उन समाजों का विकास बहुत अच्छी तरह से होता है जहां महिलाओं को एक समान सम्मान दिया जाता है।आज की महिला अब एक आश्रित नारी नहीं है।वह स्वतंत्र और आत्मनिर्भर है और हर चीज करने में सक्षम है “

आगे बोलते हुए  अनुराग ठाकुर ने कहा “ आज महिलाएँ हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं ।चाहे सेना क्षेत्र हो या सेवा क्षेत्र महिलाएँ हर जगह अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। मोदी सरकार ने महिलाओं को हर क्षेत्र में सशक्त करने का काम किया है। महिला वर्ग के लिए अब इतनी योजनाएं चलाई जा रही हैं और उनके हाथ में सीधे पैसे भी पहुंच रहे हैं जिससे वे वास्तव में ‘लक्ष्मी’ बन गई हैं। अब घर के पुरुष उन्हें लक्ष्मी के रुप में देखते हैं और उनका सम्मान करते हैं। ये सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि मुद्रा लोन की भी ज्यादा लाभ महिलाओं को मिला है और 70% ऋण महिला कारीगरों को दिया गया है। इससे न केवल महिला अपने पैरों पर खड़ी होगी बल्कि इससे परिवार एवं समाज की बेहतरी होगी। मोदी सरकार स्त्री-पुरुष को दो पंख मानती है। एक पंख से उड़ान नहीं भरी जा सकती है इसलिए बजट में महिलाओं की स्थिति में हर तरह का सुधार लाने और उन्हें आर्थिक तौर पर स्वतंत्र बनाने के ऐसे प्रावधान किए गए हैं जिससे उन्हें मुख्यधारा में जोड़ा जा सके।

Post a Comment

0 Comments

45 फीसदी से कम अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को भी मिलेगा डीएलएड करने का मौका