Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

14 मार्च से शुरू होंगे शाहतलाई में मेले एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

शाहतलाई
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ जी की तपोभूमि शाहतलाई में चैत्र नवरात्र मेले 14 मार्च से आरंभ होंगे। इन मेलों की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की आवश्यक बैठक शनिवार को मंदिर न्यास अधिकारी एंवम उपमंडलाधिकारी विकास शर्मा की झंडूता की अध्यक्षता में हुई।


उल्लेखनीय है एक माह तक चलने वाले चैत्र मेलों के दौरान शाहतलाई में इस बार श्रद्धालु पेटियम या स्कैड कोड माध्यम से दान कर सकेंगे। इन मेलों मे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस तथा होमगार्ड के जवानों को तैनात किया जाएगा ताकि, किसी भी स्तर पर कोई अप्रिय घटना न हो सके। उन्होंने कहा कि इस बार चैत्र मेलों में कोबिड को मध्य नजर रखते हुए विना मास्क के किसी भी श्रधालु को मंदिर परिसर मे प्रवेश नहीं करने दिया जाऐगा और मंदिर मे आने वाले हर श्रद्धालु की मंदिर प्रवेश द्वार पर स्कैनिंग करने के साथ साथ सुबह शाम मंदिर को सैनाटजर भी किया जाएगा जबकि इस बार बाबा जी के मंदिर शाहतलाई मे प्रसाद नहीं चढाया जाऐगा और न ही पुजारी के हाथों मे दिया जाऐगा।



उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखा जाएगा वंही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थायी शौचालय और स्नानगृह भी बनाए जाएंगे। इस मेला बैठक मे निर्णय लिया गया है कि चैत्र मेलों मे ढोल स्पीकर,भान बेचने,रेहडी फडी लगाने, पोलोथीन, गुफा की तरफ जाने वाले भारी वाहनों पर पूूर्ण प्रतिबंध रहेेेगा जबकि लंगर का सामान ले जाने वाले को ही द्बियोटसिद्ध तक जाने की अनुमति रहेगी। जबकि मुुख्य चौक पर द्बियोटसिद्ध के लिए दो और बच्छरेटू एक टैक्सी लगेगी। इस मेेले के दौरान टैक्सी किराया 15 से बढाकर 20 रुपये प्रति सवारी निर्धारित किया गया। अगर किसी टैक्सी चालक ने किराया अधिक बसूला तो कारवाई की जाऐगी। शाहतलाई से दियोटसिद्ध के लिए एचआरटीसी की ओर से मिनी चार बसें चलाई जाएंगी जिनमें से एक बस शाहतलाई से बच्छरेटू व कोसरियां तथा एक बस शाहतलाई से मैहरें के लिए चलेगी ।यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए शाहतलाई मे निजी आठ निजी पार्किंग व नगर पंचायत की पार्किंग स्थल भी हैं जहां पर वाहन खडे करने की व्यवस्था होगी ।उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मेलों के दौरान पेयजल व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए अतिरिक्त नल लगाएं तथा पेयजल टैंक पर भी समय समय पर दवाई डालें । इतना ही नहीं बल्कि कोविड महामारी के चलते मेलों के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा व जानकारी के लिए हिंदी व पंजाबी भाषा में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे । इस बैठक में यह भी निर्यण लिया गया कि खुले लंगर वाले श्रद्धालुओं को अनुमति नहीं दी अगर कोई श्रधालु निश्चित स्थान पर लंगर लगता है तो उसे लंगर मे काम करने वाले कर्मचारियों का करोना करवाना पडेगा तभी अनुमति दी जाएगी।

इस दौरान संराए संचालकों ,होटलों व अन्य मकान मालिकों को निर्देश दिए कि वह बाहर से आने वाले हर श्रद्धालु का रिकार्ड रखें वंही उन्हें यह भी हिदायत दी गई कि अपने सेफ्टी टैंकों को मेले से पहले साफ रखें अगर किसी सराएं संचालक, होटल या फिर किसी अन्य व्यक्ति ने सेफ्टी टैक से गंदगी छोडी तो उसे 25 हजार जुर्माने के साथ साथ तीन दिन के लिए सील कर दिया जाऐगा।

Post a Comment

0 Comments

आखिर क्यों? भोटा चैरिटेबल अस्पताल के संचालन पर फंसा पेच