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सहकारी बैंक प्रदेश की प्रमुख योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कर रहे हैः मुख्यमंत्री


  • शिमला 14 जुलाई,अरविंद शर्मा

  • प्रदेश के तीन प्रमुख सहकारी बैंक राज्य की सभी प्रमुख योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना, मुद्रा योजना, अटल पेंशन योजना और प्रधानमंत्री जनधन योजना आदि के प्रभावी कार्यान्वयन के अतिरिक्त राज्य के कमजोर सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों को ऋण सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां सहकारिता विभाग के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।


 



मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक कोर बैंक सोल्यूशन पर अपनी सभी शाखाएं चलाने वाला पहला राज्य सहकारी बैंक है। उन्होंने कहा कि सहाकरी बैंक देश में स्वचालित एनपीए प्रणाली लागू करने वाला पहला सहकारी बैंक है। बैंक के पास रूपे कार्ड के माध्यम से दो लाख से अधिक एटीएम शेयरिंग सुविधा उपलब्ध है। बैंक एचआईएमपीईएसए ऐप के माध्यम से मोबाइल बैंक सेवा भी उपलब्ध करवा रहा है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य के बैंकिंग उद्योग में सहकारी बैंकों की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विभिन्न 2194 बैंक की शाखाओं में से 512 सहकारिता क्षेत्र के बैंक हैं। इनमें हि.प्र. राज्य सहकारिता बैंक की 241 शाखाएं, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारिता बैंक की 240 शाखाएं और जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारिता बैंक की 31 शाखाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हि.प्र. राज्य सहकारी बैंक की शाखाएं जिला बिलासपुर, चम्बा, किन्नौर, मण्डी, शिमला, सिरमौर तथा कांगड़ा केन्द्रीय बैंक की शाखाएं कुल्लू, कांगड़ा, हमीरपुर, लाहौल-स्पीति और ऊना जिला में हैं जबकि जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारिता बैंक की शाखाएं जिला सोलन में हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019-20 के दौरान हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के पास 11814.67 करोड़ रुपये की जमा पंूजी है, जबकि कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के पास 11539.15 करोड़ रुपये की जमा पूंजी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 1029 करोड़ रुपये के कृषि ऋण वितरित किए हैं, जबकि कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक ने इस अवधि के दौरान 598.58 करोड़ रुपये के कृषि ऋण वितरित किए हैं, जो इन बैंकों के राज्य के किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता हैं।

जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सहकारी बैंक ने 58.33 करोड़ रुपये, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक ने 48.70 करोड़ रुपये और जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक ने वर्ष 2019-20 में 6.31 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि इन बैंकों ने लोगों का विश्वास हासिल करने में कामयाबी पाई है क्योंकि यह राज्य सरकार के संस्थान के तौर पर देखे जाते हैं।

सहकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने राज्य में सहकारी बैंकों के सुदृढ़ीकरण में गहन रूचि रखने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।

हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष खुशी राम बालनाहटा, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष डाॅ. राजीव भारद्वाज और जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री से सहकारी बैंकों को सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट के तहत ऋण प्रदान करने वाले संस्थानों के सदस्यों (एमएलआई) के रूप में शामिल करने का आग्रह किया।

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इन बैंकों में करूणामूलक आधार पर नियुक्तियां राज्य सरकार की नीति के मुताबिक की जाएंगी।

मुख्य सचिव अनिल खाची, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, सचिव वित्त अक्षय सूद, पंजीयक सहकारी समिति हंसराज और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैैठक में भाग लिया।

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