बैजनाथ, गिरीश शर्मा
जिला मंडी की तहसील लडभड़ाेल के काला अंब निवासी मीनाक्षी वर्मा उर्फ माेनू सुपुत्री रमेश चंद ने अपने पिता का सपना पूरा करते हुए लैफ्टिनेंट से कैप्टन पद पर पदाेन्नति पाकर क्षेत्र का नाम राेशन किया है।
2017 में एसएससी टेस्ट पास कर 25 जून 2018 में मिलिट्री अस्पताल सिकंदराबाद में सेवाएं आरम्भ की। मात्र दाे वर्ष के अंतराल में ही उन्हाेंने पदाेन्नति पाकर कैप्टन रेंक हासिल कर सभी काे आश्चर्यचकित कर दिया है। ग्रामीण परिवेश के माउंट कारमेल स्कूल से प्राथमिक शिक्षा हासिल करने के बाद विशुद्धा पब्लिक स्कूल बैजनाथ से जमा दाे की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
इसके बाद 2012 से 2016 तक मीनाक्षी वर्मा ने शिवालिक नर्सिंग इस्टीट्यूट शिमला से बीएससी नर्सिंग की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद सेना में जाने और सैनिकाें काे स्वास्थ्य सुविधाएं देने के जज्बे ने मीनाक्षी वर्मा
काे सेना अस्पताल काे अपना करियर चुना।
वर्ष 2017 में पूरी मेहनत से एसएससी परीक्षा उतीर्ण कर 25 जून 2018 काे सेना अस्पताल सिकंदराबाद में सेवाएं आरम्भ की। हाेनहार मीनाक्षी वर्मा की सेवाओं से प्रभावित हाेकर मिलिट्री अस्पताल मुख्यालय से उन्हें हाल ही में पदाेन्नत कर कैप्टन पद से नवाजा है। मीनाक्षी वर्मा के पिता लाेक निर्माण विभाग पंचरुखी में बताैर लिपिक कार्यरत हैं, जबकि माता गृहणी है। मीनाक्षी का छाेटा भाई मनीष वर्मा सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त कर वर्तमान में सेना में अधिकारी की परीक्षा की तैयारी कर रहा है। विडंबना है कि कुछ अर्सा पूर्व ही उसके दादा जगन्नाथ वर्मा की मृत्यु हाे चुकी है जबकि घर में बूढ़ी दादी क्लासां देवी इस उपलब्धि से गदगद है। बेटी की पदाेन्नति पर स्वजनाें में खुशी की लहर है।
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