महिला का आरोप एफआईआर बापिस लेने का बनाया जा रहा दबाव
- हमीरपुर 17 जुलाई, मनोज धीमान
- ऊंटपुर सोसाइटी में महिला कर्मी के शोषण का मामला अब तूल पकड़ रहा है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाने के उपरांत अब पीड़िता पर केस वापस लेने का दवाब बनाया जा रहा है, जिससे पीड़िता सहम गई है। ऐसे में शुक्रवार सुबह उक्त महिला ने अपने देवर संग राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रदेशाध्यक्ष रविन्द्र सिंह डोगरा से मिलकर उन्हें आपबीती सुनाते हुए मदद की गुहार लगाई। डोगरा की कार्यप्रणाली को देखते हुए पीड़ित महिला ने पुलिस के पास जाने की बजाए डोगरा से मदद मांगना मुनासिब समझा। वहीं डोगरा ने भी अपने तरीके से महिला की मदद शुरू कर दी है।
यह है मामला
गौरतलब है कि बमसन तहसील के अंतर्गत आने वाली ऊटपुर पंचायत की को-ऑपरेटिव कृषि सोसाइटी में काम करने वाली चतुर्थ श्रेणी की महिला के साथ शारीरिक छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। पीड़िता ने इसकी शिकायत कमेटी में कई लेकिन कमेटी द्वारा कार्यवाही ना करने पर पीड़िता और उसके पति ने सुजानपुर पुलिस में FIR 27 -6- 2020 को दर्ज करवा दी थी और उसके बाद हमीरपुर जिला न्यायालय में जज के सामने पीड़िता का ब्यान लिखा जा चुका है।
लेकिन बात यहीं नहीं थमी, पुलिस और जज के सामने प्राथमिकी होने के बावजूद भी पीड़ित महिला पर सोसाईटी प्रधान और सचिव द्वारा लगातार केस वापसी का दबाव बनाया जा रहा है जिस से महिला अपना मानसिक संतुलन खोने लगी है ।
लेकिन विपदा की इस घड़ी में उन्हें रविन्द्र सिंह डोगरा की याद आ गई और वह सीधा रविन्द्र सिंह डोगरा से उनके गवारडू स्थित कार्यालय में जा कर मिली। महिला ने लिखित रूप से कहा है की सोसाइटी प्रधान व सोसाइटी सचिव को वहां से हटाया जाये क्योंकि महिला को उनसे ख़तरा है ।
विषय पर संज्ञान लेते हुए रविन्द्र सिंह डोगरा ने मामले को मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के समक्ष भेज कर महिला को न्याय देने की मांग की है । इस मामले की गंम्भीरता पर एक प्रश्न के जवाब में डोगरा ने कहा के आज हिमाचल प्रदेश में महिलाओं का शोषण करने वालों के हौसले इसलिए बुलंद हैं क्योंकि किसी भी मामले में जनप्रतिनिधि वोट बैंक की राजनीती के चलते पीड़ित के पक्ष में खड़े नहीं होते। ऐसे में कोई पीड़ित हिम्मत करके इंसाफ के लिए गुहार लगाती भी है तो उसे जल्दी इंसाफ नहीं मिल पाता।
यही कारण है की पूर्व की कांग्रेस सरकार का गुड़िया काण्ड हो या वर्तमान सरकार का हमीरपुर में बच्ची के शोषण का काण्ड हो, ऐसे अन्य सभी मामलों में अभी तक महिलाओं व बच्चियों को न्याय नहीं मिला है। यही कारण है कि पीडित लोगों का विश्वास सरकारों और प्रशासन से उठ गया है और वह अपनी गुहार के लिए हमारे पास बेझिझक आ जाते हैं। डोगरा ने कहा कि उन्होंने मामले में मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करते हुए पीड़िता को जल्द न्याय दिलवाने की मांग की है। डोगरा ने उम्मीद जताई है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मामले में त्वरित कार्रवाई के आदेश देंगे।
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